
दिल्ली में सोमवार को 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिए गए हैं। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विजेताओं को पुरस्कार दिए। कंगना रनोट को उनकी फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ और ‘पंगा’ में अपनी परफॉरमेंस के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया गया है। मनोज वाजपेयी को ‘भोंसले’ और धनुष को ‘असुरन’ के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड संयुक्त रूप सेदिया गया है।
कंगना ने सोशल मीडिया पर अवॉर्ड रिसीव करने की तस्वीरें शेयर की। उन्होंने लिखा, आज मैं मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ़ झांसी और पंगा के लिए जॉइंट नेशनल अवॉर्ड लेने जा रही हूं। मैंने मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी कोडायरेक्ट भी किया था। इन फिल्मों के टीमों को मैं अपना आभार व्यक्त करती हूं। इससे पहले कंगना ने अपना एक्साइटमेंट शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा था, आज भारत के सर्वोच्च सम्मान में से एक को पाने के लिए तैयार हूं। नेशनल अवॉर्ड। यह मेरा चौथा नेशनल अवॉर्ड है’।कंगना अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान रेड और गोल्डन सिल्क साड़ी और हैवी गोल्ड ज्वेलरी पहनी दिखाई दीं। कंगना ने माथे पर बिंदी और बालों में गजरा भी लगाया हुआ था।
नितेश तिवारी के निर्देशन में बनी सुशांत सिंह राजपूत, श्रद्धा कपूर स्टारर ‘छिछोरे’ को बेस्ट हिंदी फिल्म चुना गया। मनोज बाजपेयी को ‘भोंसले’ और धनुष को असुरन’ बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड दिया गया है।
ये अवॉर्ड्स एक साल की देरी से घोषित हुए हैं। पिछले साल कोरोना महामारी के चलते ऐसा नहीं हो सका था। राष्ट्रीय पुरस्कार केंद्र सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले फिल्म फेस्टिवल निदेशालय द्वारा दिए जाते हैं।इनको पारंपरिक रूप से राष्ट्रपति के हाथों प्रदान किया जाता है। हालांकि 66वें पुरस्कार उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दिए थे, जबकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विजेताओं के साथ हाई टी की मेजबानी की थी।
सुपरस्टार रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया। इस दौरान उन्होंने अपने दोस्त और बस ड्राइवर राजबहादुर को धन्यवाद कहा, जिनकी वजह से वो फिल्मों में आए थे। रजनीकांत को सम्मान मिलने की खुशी में उनकी बेटी ऐश्वर्या और दामाद धनुष तालियां बजाते दिखे। रजनीकांत को सबने स्टैंडिंग ओवेशन भी दिया।