बेटे का साथ रिश्वत लेते पकड़ी गईं अलवर की नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता को मंगलवार दोपहर बाद करीब ढाई बजे कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में आते समय बीना गुप्ता ने कहा- नो टेंशन। ये राजनीतिक मसला है। चलता रहता है। मगर अंदर पहुंचते ही तस्वीर बदल गई। जज ने उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए तो सभापति को चक्कर आने लगे। उन्हें बाहर वकील की कुर्सी पर बैठाना पड़ा। पानी भी पिलाया गया। सभापति कुछ नहीं बोलीं और पुलिस के साथ निकल गईं।
एसीबी की टीम के साथ कोर्ट परिसर पहुंची सभापति को कुछ वकीलों ने हाय-हेलो किया। सभापति भी किसी दबाव में नहीं दिख रही थीं। उन्होंने अपने पहचान वालों से कहा- नो टेंशन। ये राजनीतिक मसला है। चलता रहता है। जज के आदेश के बाद निकली सभापति मायूस नजर आईं। कोर्ट ने बीना गुप्ता और उनके बेटे कुलदीप को 7 दिसम्बर तक के लिए जेल भेज दिया है।
जांच अधिकारी व एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह ने कहा कि दो महीने पहले की शिकायत पर सोमवार को एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया था। नीलामकर्ता ने एसीबी को शिकायत दी थी कि उनके बिलों के भुगतान के एवज में सभापति मोटी रिश्वत मांग रही है। इसका सत्यापन करने के बाद एसीबी ने सभापति व उनके बेटे कुलदीप को 80 हजार रुपए की रिश्वत के साथ सोमवार को गिरफ्तार किया था। एसीबी के अधिकारी ने बताया कि दस्तावेज व बैंक की डिटेल ली जा रही है।
