राजस्थान में शराब की दुकानों पर लूट व चोरी की करीब 40 वारदात करने वाले गिरोह ने अजीब खुलासे किए हैं। गिरफ्तार हुए आरोपियों से जब पुलिस ने पूछताछ की तो बताया कि वारदात से पहले सभी एक जगह इकट्ठे होते थे। अपने ईष्ट देवी-देवता से शगुन लेते। एक जगह दीपक जलाकर जिस तरफ दीपक की लौ हवा के रुख से जाती, उसी तरफ वारदात करने निकल जाते थे। इसके अलावा सोनचीड़ी देखने, काली बिल्ली देखने, सांड के मिलने व कोचर के बोलने को भी शगुन मानते। अगर ऐसा कोई शगुन नहीं मिलता तो वापस घर को लौट जाते। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ करीब विभिन्न थानों में 63 मामले दर्ज हैं।
चारों आरोपियों में से एक सीकर का हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस नयाबास, नीम का थाना-सीकर निवासी अनिल उर्फ पांग्या मीणा, गावड़ी, नीमकाथाना- सीकर निवासी चंद्रपाल माली, पचलंगी, थाना उदयपुरवाटी-झुंझुनूं निवासी मुकेश कुमार उर्फ गांधी, जोबनेर-जयपुर ग्रामीण निवासी लाला राम जाट से पूछताछ कर रही है।
3 अगस्त को ढसूक अराई निवासी इन्द्रसिंह राजपूत ने रिपोर्ट देकर बताया था कि एक अगस्त की रात को 240 देसी व अंग्रेजी शराब की 10 पेटियां गायब हैं। इनकी कीमत करीब चार लाख रुपए थी। पुलिस ने जांच शुरू की। जिले में बढ़ती वारदातों को देखते हुए एसपी विकास शर्मा ने टीम का गठन किया। सभी वारदातों के घटनास्थल का निरीक्षण कर सीसीटीवी कैमरों व अन्य तरीकों से सबूत जुटाए गए और इनको गिरफ्तार किया।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बान्दरसिन्दरी, गांधीनगर, केकडी, मसूदा, मिनाय, सावर,ब्यावर सदर, पुष्कर आदर्शनगर, अलवरगेट थाना क्षेत्रों के अलावा भीलवाड़ा, टोंक, नागौर, जयपुर ग्रामीण, सीकर, दौसा, सवाईमाधोपुर एवं नारनील हरियाणा आदि क्षेत्र में शराब की दुकानों पर लूट व चोरी की 40 वारदात कबूली है। मुख्य आरोपी अनिल उर्फ पांग्या के खिलाफ स्टैंडिंग वारंट निकले हुए हैं। वह कई थानों का फरार अपराधी है। उसके खिलाफ कुल 16 प्रकरण दर्ज हैं। चन्द्रपाल के खिलाफ कुल 17 प्रकरण, लालाराम उर्फ लाला कड़वाल के खिलाफ 19 प्रकरण तथा मुकेश उर्फ गांधी के खिलाफ कुल 11 प्रकरण दर्ज हैं।
