
ट्विटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल राजस्थान के अजमेर में जन्मे हैं। पराग के माता-पिता और दादा-दादी किराए के मकान में धानमंडी और खजाना गली में रहते थे। पराग के पिता की नौकरी के चलते वे मुंबई शिफ्ट हुए और वहीं रहने लगे। ट्विटर के सीईओ जैक डोर्सी ने इस्तीफे के बाद कंपनी ने पराग अग्रवाल को सीईओ बनाया है। पराग और उनका परिवार मूलत: राजस्थान का रहने वाला है।
पराग का जन्म अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पतालमें हुआ था। उनके माता-पिता अभी अमेरिका में रहते हैं। ट्विटर सीईओ बनने के बाद अजमेर में उनके रिश्तेदारों और परिजनों में खुशी है। उनके माता-पिता भी मंगलवार को अजमेर पहुंच जाएंगे। 4 दिसंबर को उनके परिवार का स्वागत किया जाएगा।
सीईओ बनने से पहले पराग अग्रवाल ट्विटर में सीटीओ यानी चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के पद पर थे। जब वह स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे, उस दौरान उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट, याहू और एटीएंडटी जैसी दिग्गज कंपनियों में इंटर्नशिप भी की थी। पराग अग्रवाल ने आईआईटी,मुंबई से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है।
अजमेर में उनके मकान मालिक व पड़ोसियों के अनुसार पराग के दादाजी मुनीम का काम करते थे। उनके परिवार ने बहुत संघर्ष किया। पराग के पिता उनके दादा-दादी के साथ कई सालों तक किराए के मकान में रहे।अग्रवाल समाज अजमेर के अध्यक्ष शैलेंद्र अग्रवाल ने बताया कि पराग अग्रवाल का जन्म 21 मई 1984 को अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में हुआ था। पराग के पिता रामगोपाल अग्रवाल मुंबई में बीएमआरसी में कार्यरत थे, लेकिन तब उनके माता-पिता यानी पराग के दादा-दादी अजमेर के धान मंडी क्षेत्र में किराये के मकान में रहते थे। शैलेंद्र अग्रवाल ने बताया कि 4 दिसंबर को पराग के मां-बाप अजमेर आएंगे तो उनका भव्य स्वागत किया जाएगा।