स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज भारत में कोविड महामारी की तीसरी लहर को दूसरी लहर की तुलना में बेहतर बताते हुए मौतों और वैक्सीनेशन के आंकड़ों के अंतर के बारे में बताया। मंत्रालय ने हाल ही बढ़े कोरोना मामलों को पहली बार तीसरी लहर के तौर पर बताया और कहा कि भारत के 94 प्रतिशत वयस्कों को कोविड टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि 72 प्रतिशत लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बताया कि तीसरी लहर में मौतें दूसरी लहर के मुकाबले काफी कम हुई हैं। यूपी, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, बंगाल, गुजरात, ओडिशा, दिल्ली और राजस्थान में एक्टिव केस सबसे ज्यादा है। वहीं, आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि वैक्सीनेशन भारत के लिए फायदेमंद साबित हुआ है। वैक्सीनेश के चलते ही तीसरी लहर में मौतों की संख्या काफी घटी है। वैक्सीनेशन ज्यादा होने की वजह से ही हम गंभीर संक्रमण और बहुत ज्यादा मौतें नहीं देख रहे हैं।
देश में बुधवार को 3.17 लाख नए केस मिले हैं। इस दौरान 2.23 लाख लोग ठीक हुए, जबकि 491 लोगों की मौत हुई है। हालांकि पिछले दिन के मुकाबले नए संक्रमितों में 34,562 की बढ़ोतरी देखने को मिली है। इससे पहले 18 जनवरी को 2.82 लाख लोग संक्रमित मिले थे।
देश में 8 महीने बाद नए संक्रमितों का आंकड़ा 3 लाख के पार पहुंचा है। दूसरी लहर में केस घटने के दौरान 15 मई को 3.11 लाख केस मिले थे। एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 91 हजार 519 की बढ़ोतरी दर्ज की गई। फिलहाल देश में 19.24 लाख एक्टिव केस हैं। देश में पहली बार 2 लाख से ज्यादा मरीज(2,23,990) ठीक भी हुए हैं।
देश में वैक्सीन के 160 करोड़ डोज दिए जा चुके हैं। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी। इसके साथ ही देश में फुली वैक्सीनेटेड लोगों की संख्या 66 करोड़ हो गई है।
