कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट भारत में कोविड-19 का एक प्रमुख रुप है। इसकी वजह से कोरोना संक्रमण में उछाल आया है। देश में इस समय सामने आ रहे कोरोना के मामलों में ज्यादातर ओमिक्रॉन के हैं। सरकार ने यह भी माना है कि ओमिक्रॉन के साथ साथ अभी भी देश में डेल्टा वेरिएंट के मामले बड़ी संख्या में हैं और इसमें तेजी भी आई है।
सरकार ने गुरुवार को कहा कि देश के कुछ भौगोलिक क्षेत्रों में कोविड मामलों का चढ़ाव मिलने के संकेत हैं। हालांकि कुछ जिलों में भी कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं। मंत्रालय ने कहा कि ओमिक्रॉन का एक उप-संस्करण जो कि ओमिक्रॉन बीए.2 है, भारत में अधिक देखने को मिल रहा है। स्वास्थ्य मत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हमें कोविड चढाव के शुरुआती संकेत दिख रहे हैं, लेकिन यह कुछ क्षेत्र तक ही सीमित है।
सरकार ने कहा कि 90 प्रतिशत से अधिक मामले हल्के लक्षण से लेकर मध्यम गंभीरता वाले हैं और इसी के साथ इसमें वे लोग भी शामिल हैं जो अपने घरों में आइसोलेशन में है। सरकार के अनुसार ऐसे मामले बहुत कम हैं, जिन्हें आईसीयू बेड की या फिर ऑक्सीजन की जरूरत हो। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि देश में कोरोना के टीके पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। वायरस के खिलाफ लड़ाई में कम समय में अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाना एक महत्वपूर्ण कदम है।
