31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं राजस्थान के मौजूदा मुख्य सचिव निरंजन आर्य को एक्सटेंशन देने, न देने की चर्चाओं पर अब विराम लगने वाला है। राज्य की गहलोत सरकार ने आर्य को सेवा विस्तार देने की फाइल दिल्ली भेजी है। सूत्रों के अनुसार तो आज या कल रात मुख्य सचिव निरंजन आर्य की फाइल को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल सकती हैं। केंद्र की मंजूरी के बाद उनका कार्यकाल बढ़ाया जाएगा।
विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि गहलोत सरकार ने मुख्य सचिव निरंजन आर्य का कार्यकाल 6 महीने और बढ़ाने की फाइल दिल्ली भेजी है, जिसमें 3-3 महीने का एक्सटेंशन दो बार दिया जाएगा। हालांकि एक्सटेंशन बढ़ाना है या नहीं, इसका फैसला केंद्र सरकार को करना है। माना जा रहा है कि गहलोत सरकार ने निरंजन आर्य का एक्सटेंशन बढ़ाने की पैरवी मजबूती से की है। ऐसे में वह छह माह तक और अपने पद पर काम करेंगे। सूत्रों के अनुसार आर्य एक्सटेंशन की कवायद शुरू करने के पीछे वजह यह है कि उनको मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बेहद करीबी माना जाता है। उनकी पत्नी को सरकार ने आरपीएससी में मेंबर बनाया हुआ है।
निरंजन आर्य अजा वर्ग के पहले मुख्य सचिव हैं। उनको 1 नवंबर 2020 को मुख्य सचिव बनाया गया था। गहलोत सरकार ने आर्य को 10 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों पर प्राथमिकता देते हुए मुख्य सचिव बनाया गया था। वैसे आर्य के एक्सटेंशन के बीच करीब आधा दर्जन सीनियर आईएएस अधिकारी मुख्य सचिव की दौड़ में हैं। उनमें 1985 बैच की उषा शर्मा, 1987 बैच की नीलकमल दरबारी और वीनू गुप्ता का नाम चर्चा में है। इसके अलावा वरिष्ठ आईएएस रविशंकर श्रीवास्तव, सुबोध अग्रवाल राजेश्वर सिंह और रोहित कुमार सिंह का नाम भी मुख्य सचिव के लिए चर्चा में हैं।
