
अहमदाबाद में बम धमाकों के सजा पाए दोषियों में कोटा के तीन युवक भी हैं। साल 2008 में हुए धमाकों के तार कोटा से भी जुड़े थे। शहर के आम लोगों के बीच रह रहे ये तीन आतंकी इमरान, अतीकुर रहमान और महेंदी हसन अंसारी थे। विशेष अदालत ने अन्य दोषियों के साथ इन तीनों को भी आखिरी सांस तक जेल में रहने की सजा सुनाई है।
एक दोषी कोटा के किशोरपुरा इलाके का रहने वाला है। दूसरा घंटाघर इलाके का। जब उनके परिवार और पड़ोसियों से बात करनी चाही तोकोई कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं हुआ। सभी इस मामले से दूर रहना चाहते हैं।
सूत्रों के अनुसार इमरान पकड़े जाने से पहले पाटनपोल में मेडिकल स्टोर चलाता था। इस दौरान ही वो सिमी से संपर्क में आया। उसके परिवार में मां-बाप और भाई है। पिता सरकारी नौकरी में थे। जयपुर ब्लास्ट के तार भी इमरान से जुड़े थे। जयपुर में पकड़े गए एक आतंकी से इमरान का इनपुट मिला था। इसके बाद किशोरपुरा से उसे पकड़ा गया।
दूसरे आतंकी मेहंदी हसन अंसारी के बारे में पता चला कि वो घंटाघर इलाके का रहने वाला है। उसके परिवार से फोन कर बात करने की कोशिश की तो उन्होंने भी मना कर दिया। उनका कहना था कि जो होना था हो गया। पुरानी बात छेड़ने से क्या होगा। सिमी से लिंक सामने आने के बाद ही अंसारी को पकड़ा गया था। तीसरा दोषी अंसारी नयापुरा में जेके लोन अस्पताल के सामने नाश्ते की दुकान लगाता था। सिमी के संपर्क में कैसे आया, इसका जवाब उसके परिवार के पास भी नहीं था। पूछने पर उन्होंने बताया कि पुलिस ने सिमी से लिंक के चलते पकड़ा है। बाद में ब्लास्ट केस में लिप्त निकला। अतीकुर रहमान को नांता इलाके से पकड़ा गया।
ये पहली बार नहीं है कि कोटा से आतंकी पकड़े गए। सिमी संगठन से लिंक के कई मामले सामने आ चुके हैं। अगस्त 2008 में कोटा से तीन औरबारां से 3 लोगों को पकड़ा गया था। इन्हें राजस्थान की स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम ने हिरासत में लिया था। इनमें पिता-पुत्र भी शामिल थे। इशाक और उसके बेटे सलीम सहित इन तीनों पर जयपुर धमाकों के आरोपी सलीम को रुकवाने का आरोप था। 2008 में ही मुनव्वर नाम के युवक को पकड़ा था। जिस पर धमाकों के मुख्य आरोपी साजिश मंसूरी को पनाह देने का आरोप था। 2014 में कोटा के इंद्र विहार से एक और सिमी कार्यकर्ता को पकड़ा गया। मोहम्मद उमर नाम का ये लड़का कोटा में एक हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था। पढाई की आड़ में सिमी नेटवर्क को फैला रहा था। वहीं पिछले साल सितंबर में कोटा रेलवे स्टेशन से जान मोहम्मद नाम के आतंकी को दिल्ली पुलिस ने पकड़ा था।