
महेंद्र सिंह धोनी के साथी खिलाड़ी रॉबिन उथप्पा ने आईपीएल नीलामी पर बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि आईपीएल नीलामी एक परीक्षा की तरह है, जिसे आपने बहुत पहले लिखा है और अब नतीजे का इंतजार कर रहे। ईमानदारी से कहूं तो नीलामी को देखकर ऐसा लगता है कि खिलाड़ी जानवर की तरह हैं, जिन पर बोली लगाई जा रही है। यह सुखद एहसास नहीं है। प्रदर्शन के आधार पर किसी खिलाड़ी के बारे में राय बनाना एक बात है, लेकिन आप कितने रूपए में बेचे गए, इस पर कुछ कहना बिल्कुल अलग।
उथप्पा को हाल ही में आईपीएल 2022 नीलामी में चेन्नई सुपरकिंग्स ने दो करोड़ रुपये की बेस प्राइस पर अपने साथ जोड़ा है। उन्होंने माना कि वह और उनका परिवार यह उम्मीद कर रहे थे कि वे दोबारा चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा बन जाएं। चेन्नई सुपर किंग्स जैसी टीम के लिए खेलने की मेरी इच्छा थी। मेरी बस यह प्रार्थना थी कि फिर से सीएसके में शामिल हो जाऊं। मेरा परिवार, यहां तक कि मेरे बेटे ने भी इसके लिए प्रार्थना की। मैं ऐसी जगह जाकर खुश हूं, जहां सुरक्षा और सम्मान महसूस होता है।
रॉबिन ने 2006 से 2015 के बीच भारत के लिए 46 वनडे और 13 टी20 मुकाबले खेले। उन्होंने आईपीएल में नीलामी के बजाए ड्राफ्ट पॉलिसी की वकालत की। उन्होंने कहा, आप सोच भी नहीं सकते कि जो खिलाड़ी बिकते नहीं हैं, उन पर क्या बीत रही होती है। यह अच्छी फीलिंग नहीं होती। उन खिलाड़ियों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं, जो नीलामी में लंबे समय तक रहे, लेकिन उन्हें किसी टीम ने नहीं खरीदा।कई बार इससे काफी निराशा होती है। अचानक एक क्रिकेटर के रूप में आपकी अहमियत यह हो जाती है कि कोई आप पर कितना खर्च करने को तैयार हैऔर यह इतना बेतरतीब है।
इस पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि यह सबके लिए अच्छा होगा, अगर नीलामी की जगह ड्राफ्ट सिस्टम अपनाया जाए। यह काफी सम्मानजनक होगा। रॉबिन उथप्पा ने आईपीएल 2022 में खेलने के बारे में कहा कि वह अपने करियर का अंत 4 बार की चैम्पियन सीएसके के साथ चाहते हैं। अगर ऐसा होता है तो काफी अच्छा रहेगा।