यूक्रेन में फंसे होने की बात कह कर एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने वाली वैशाली यादव भारत वापस लौट आई हैं। वह लखनऊ स्थित आवास पर पहुंच गई है। बुधवार की रात एक बजे रोमानिया से उनकी फ्लाइट थी, लेकिन बर्फबारी होने की वजह से वैशाली आ न सकीं। इसके बाद गुरुवार को वो रोमानिया से मुंबई पहुंची और फिर देर शाम मुंबई से अपने लखनऊ स्थित घर सकुशल पहुंच गई है। वह यूक्रेन के इवानों फ्रेंक्वस्क शहर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। पिता महेंद्र यादव ने उनके सकुशल लखनऊ पहुंचने की पुष्टि की है।
वैशाली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो मैसेज अपलोड किया था, जिसमें उन्होंने यूक्रेन में फंसे होने की बात कही थी। इसके बाद उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया गया। बताया गया कि ये लड़की हरदोई की ग्राम प्रधान और सपा नेता की बेटी है, जिसने राजनीतिक रूप से सरकार को बदनाम करने के लिए यूपी के अपने घर में बैठकर वीडियो बनाया है। इसके बाद वैशाली ने एक अन्य वीडियो जारी तक ट्रोलर्स को नसीहत दी। उधर, वैशाली यादव के यूक्रेन में रहते हुए ग्राम प्रधान पद की जिम्मेदारियों का निर्वहन कैसे कर रही थीं, इन सवाल को लेकर प्रशासन ने जांच की रिपोर्ट के निर्देश दिए हैं।
यूक्रेन से भारत लौटने के बाद वैशाली प्रशासनिक कार्रवाई की जद में आ गई हैं। ग्राम प्रधान बनने के बाद बिना सूचना विदेश जाकर मेडिकल की पढ़ाई करने के मामले में मेडिकल छात्रा के खिलाफ अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी। एडीओ पंचायत रजनीकांत त्रिवेदी ने गुरुवार को वैशाली के गांव तेरा पुरसौली में जाकर जांच पड़ताल की। डीपीआरओ गिरीश चंद्र ने एडीओ पंचायत को प्राथमिकता के आधार पर मामले की जांच की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
सांडी ब्लॉक के ग्राम तेरा पुरसौली में ग्राम प्रधान बनने के बाद सितंबर 2021 में वैशाली एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने यूक्रेन चली गई थीं। यूक्रेन में रहते हुए वह अपने पद की जिम्मेदारियों का निर्वहन कैसे कर रही थीं, उसकी अनुपस्थिति में विकास कार्य कैसे कराए गए, बिना प्रधान विकास कार्यों के लिए क्या कोई पैसा सरकारी खाते से निकाला गया, अगर निकाला भी गया तो कैसे, आदि ऐसे तमाम सवालों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी है।
