संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी सालाना रिपोर्ट में लगातार पांचवी फिनलैंड ही नंबर 1 पर बना हुआ है। इस सूची में भारत की रैंक में भी सुधार हुआ है। यहां पर खुशहाली पहले के मुकाबले बढ़ी है। सूची में सबसे नीचे अफगानिस्तान है। तालिबानी हुकूमत से जूझ रहा ये देश सबसे कम खुशहाल देश बन गया है।
संयुक्त राष्ट्र की ओर से पिछले 10 साल से वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट बनाई जा रही है। यह रिपोर्ट तैयार करने के लिए कई पैमानों पर लोगों की खुशी का आकलन किया जाता है। नवीनतम सूची यूक्रेन पर रूसी हमले से पहले पूरी हो गई थी।
यूएन इंडेक्स रिपोर्ट में जिस देश ने दुनिया के सबसे खुशहाल देश का तमगा हासिल किया है, वो फिनलैंड है। लगातार पांचवी बार फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश चुना गया है।
यूएन इंडेक्स में भारत की खुशहाली बढ़ने की भी संकेत मिले हैं। मतलब, भारत की रैंक में सुधार हुआ है औऱ वह 136वें पायदान पर पहुंच गया है। पिछली बार भारत की रैंक 139वीं थी। यानि देश की रैंक में तीन अंकों का सुधार हुआ है, जो अच्छा संकेत है। हालांकि पड़ोसी देश पाकिस्तान को ज्यादा बेहतर रैंक दी गई है। वो इस सूची में 121वें रैंक पर है।
अमरीका, ब्रिटेन, रूस और भारत विश्व में महाशक्तियों के रूप में उभर रहे हैं, लेकिन खुशहाली के मामले इनका नाम काफी नीचे आ जाता है। यूएन रिपोर्ट के अनुसार फिनलैंड, डेनमार्क, आइसलैंड, स्विटजरलैंड और नीदरलैंड दुनिया के शीर्ष 5 खुशहाल देश हैं। वहीं तालिबानी हुकूमत से जूझ रहा अफगानिस्तान सबसे नाखुश देश है। वर्ल्ड हैप्पीनेस टेबल में सर्बिया, रोमानिया, बुल्गारिया की रैंकिंग में काफी सुधार आया है और यहां जीवन जीने में सबसे ज्यादा सुधार हुआ है, जबकि लेबनान, वेनेजुएला और अफगानिस्तान की रैंक में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। यूक्रेन पर रूसी हमले से पहले ही तैयार इस रिपोर्ट में रूस और यूक्रेन की रैंक भी गिरी है। रूस 80 और यूक्रेन का 98 नंबर पर है।
