
पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे। भाजपा विधायकों की बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी भी मौजूद रहे। इसके साथ ही राज्य में 11 दिनों से जारी मुख्यमंत्री पद का सस्पेंस खत्म हो गया। धामी के विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट से हार जाने के कारण अन्य नेता भी सीएम पद के लिए दावेदारी करने लगे थे।
भाजपा ने इस बार 47 सीट जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है, लेकिन 12 महीने के अंदर चौथी बार मुख्यमंत्री चुनने जा रही पार्टी अब तक इस पद के लिए चेहरा तय नहीं कर पाई है। यह परेशानी निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खटीमा विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार भुवन कापड़ी से हार जाने के कारण खड़ी हुई। इसके चलते विधायक दल के अंदर से ही कोई नया चेहरा चुनने का दबाव पार्टी हाईकमान पर बढ़ा था। इसबीच, उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर बंशीधर भगत ने सोमवार सुबह शपथ दिलाई। अनुपमा रावत ने सबसे पहले शपथ ली। कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ किसी कारणवश शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंच पाए। विधायक ऋतु खंडूरी और महाराज सतपाल ने संस्कृत और किशोर उपाध्याय ने गढ़वाली में शपथ ली। इससे पहले राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने बंशीधर भगत को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलाई थी।