पाबंदियां हटने के बाद एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी ने चिंता बढ़ा दी है। राजधानी दिल्ली में लगातार तीसरे दिन कोरोना की संक्रमण दर बढ़ गई है। 5 अप्रैल को करीब डेढ़ महीने बाद संक्रमण दर एक फीसदी से ज्यादा आई है। मई-जून में देश में कोरोना की चौथी लहर को लेकर आशंका भी जताई जा चुकी है। ऐसे में संक्रमण दर में बढ़ोतरी डराने वाली है।
राजधानी दिल्ली में तीन दिन से रोजाना कोविड-19 की संक्रमण दर में इजाफा हुआ है। हालांकि ये इजाफा बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन चिंता बढ़ाने वाले संकेत जरूर हैं। जानकारी के अनुसार सोमवार को जांच के लिए भेजे गए 1.34 फीसदी मामले कोरोना संक्रमित मिले हैं। इससे पहले 17 फरवरी को 1.48 फीसदी मामले कोरोना संक्रमित मिले थे। यानी डेढ़ महीने बाद एक बार फिर राजधानी में कोरोना का खतरा मंडराना शुरू हो गया है। दो अप्रैल को ही दिल्ली सरकार ने कोरोना संबंधित पाबंदियों को हटाने के साथ ही मास्क को भी वैकल्पिक बना दिया है।
दिल्ली में सोमवार को कोविड-19 के 82 नए मामले सामने आए हैं। दिल्ली से सटे गुरुग्राम में संक्रमण दर 2.84 फीसदी है। गुरुग्राम में सोमवार को संक्रमण दर 2.84 फीसदी पर पहुंच गई।
स्वास्थ्य विभाग ने बीते 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 36 नए मरीजों की जिले में पहचान की। इसी के साथ कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 261052 हो गई है।
दिल्ली सरकार ने भले ही अप्रैल की शुरुआत के साथ ही कोरोना संबंधी पाबंदियों को हटा दिया है, लेकिन ये सलाह भी दी है कि कोरोना से बचाव का सबसे बड़ा जरिया वैक्सीनेसन और सावधानी है। ऐसे में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ मास्क जरूर लगा कर रखें।
सरकार ने मास्क न लगाने पर जुर्माना हटा दिया है, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसका मतलब यह नहीं है कि भीड़भाड़ में मास्क न लगाएं। राजधानी में पिछले दो दिनों में कोरोना की संक्रमण दर फिर से बढ़ने के बाद तो कम से कम मास्क जरूर लगा कर रखें।
