
पिछले कई दिनों से चल रही चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की खबरों पर कांग्रेस ने चुप्पी साध ली है। लेकिन कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में क्या नीति रहेगी, इसका फैसला एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप ही करेगा। सोमवार को 10 जनपथ में हुई बैठक में कांग्रेस ने भविष्य को लेकर बड़ा फैसला लिया, जिसके तहत कांग्रेस ने 6 नई कमेटियां बनाई हैं।
सोनिया गांधी ने प्रशांत की प्रेजेंटेशन और उनके पार्टी में शामिल होने पर विचार करने के लिए कांग्रेस नेताओं की समिति का गठन किया था। इस कमेटी ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। प्रशांत पर फैसला लेने के लिए कमेटी के सदस्य केसी वेणुगोपाल, दिग्विजय सिंह, अंबिका सोनी, रणदीप सुरजेवाला, जयराम रमेश और प्रियंका गांधी वाड्रा 10 जनपथ गए थे। हालांकि बैठक के बाद रणदीप सुरजेवाला ने प्रशांत के बारे में कोई कमेंट नहीं दिया।
दूसरी ओर कांग्रेस 13 से 15 मई तक उदयपुर में नव संकल्प चिंतन शिविर करेगी। जिसके लिए किसान और कृषि, युवा और बेरोजगारी, संगठनात्मक मामले, सामाजिक अधिकारिता, आर्थिक राज्य और राजनीतिक मामलों सहित छह एजेंडों पर चर्चा के लिए छह अलग-अलग कमेटी बनाई हैं।
इन सभी 6 कमेटियों के अलग-अलग समितियों के संयोजक के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे, सलमान खुर्शीद, पी चिदंबरम, मुकुल वासनिक, भूपिंदर सिंह हुड्डा और अमरिंदर सिंह वारिंग शामिल होंगे।
दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने प्रशांत किशोर की तारीफ करते हुए उन्हें मध्यप्रदेश से राज्यसभा भेजे जाने की मांग की है। लक्ष्मण का कहना है कि प्रशांत की रणनीति कई राज्यों में सफल रही है। इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष ने उन्हें आमंत्रित किया है। पिछले एक हफ्ते से इस पर चर्चा चल रही है। लक्ष्मण ने कहा कि उन्हें पार्टी में लेना चाहिए और उनकी राय भी लेना चाहिए। एमपी में एक सीट खाली हुई है, उन्हें यहां से राज्यसभा भेज दें तो इसमें कोई बुराई नहीं। उसका लाभ कांग्रेस को जरूर मिलेगा।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत की कांग्रेस आलाकमान के साथ 3 बैठकें हो चुकी हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हुई हार पर मंथन किया था। इतना ही नहीं प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को 600 पेज प्रेजेंटेशन भी दिया था, जिसमें यह बताया गया था कि पार्टी को सत्ता में वापसी के लिए लिए क्या करना होगा। हालांकि कांग्रेस के कई दिग्गजों ने प्रशांत से किनारा कर रखा है, क्योंकि कई अन्य पार्टियों के साथ उनका कनेक्शन है जो कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी हैं।
उधर कांग्रेस में एंट्री की खबरों के बीच प्रशांत किशोर 2 दिन से तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के घर डेरा डाले हुए हैं। प्रशांत-केसीआर की इस मीटिंग से भी कांग्रेस में हड़कंप की स्थिति बन गई है। हाल ही में केसीआर ने घोषणा की थी कि अगले साल होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव और 2024 के आम चुनाव में प्रशांत किशोर उनकी मदद करेंगे।