
जोधपुर के प्रतिष्ठित उम्मेद क्लब में एक नाबालिग का शॉवर लेते और कपड़े बहलते का वीडियो बनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस संबंध में उदयमंदिर थाने में पोक्सो का मामला दर्ज हुआ है। वीडियो बनाने के आरोपी, समझौते के लिए दबाव बनाने वाले उम्मेद क्लब प्रबंधन के 4 पदाधिकारियों और एक अन्य पर केस दर्ज कराया गया है। वहीं, इस घटना से सदमे में नाबालिग ने खाना-पीना छोड़ दिया है। बस एक ही रट लगा रखी है, मेरा वीडियो बना लिया, अब क्या होगा।
पीड़िता की मां का कहना है कि घटना के दूसरे दिन क्लब का मैनेजमेंट उलटा हम पर ही सवार हो गए। बोला- क्यों तमाशा बना रहे हो। मैंने पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई और डीसीपी ईस्ट भुवनभूषण यादव को एफआईआर की कॉपी दी है। मुझे न्याय का इंतजार है।
घटना को लेकर 17 वर्षीय नाबालिग ने रिपोर्ट दी कि-24 अप्रैल की शाम को सहेली के साथ उम्मेद क्लब में स्वीमिंग करने गई थी। स्वीमिंग के बाद शॉवर लेने बाथरूम में गई। वहां चेंज करने लगी तो ऊपर देखा कि मोबाइल को कैमरे की एंगल से उसकी तरफ रखा है। इससे उसके नहाते का वीडियो बन रहा है। इस पर किशोरी तुरंत कपड़े सही करके बाहर आई। उसने चौपासनी रोड बख्तावरमल का बाग निवासी आकाश चौपड़ा (29) को पास वाले बाथरूम से तेजी से बाहर निकलते और मोबाइल छिपाते देखा।
किशोरी ने आकाश को रोककर फोन चैक करने की कोशिश की तो वह भागने लगा। किशोरी ने उसे पकड़ा तो उसने मोबाइल से कुछ डिलीट करने की कोशिश की। लोगों ने आकाश को पकड़ लिया। किशोरी ने मम्मी को फोन कर बुलाया और उन्होंने पुलिस को बुला लिया।
क्लब सदस्य दीपक गहलोत, अर्पित मोदी, दीपक भाटी ने आकाश को बचाने की कोशिश की। उन्होंने किशोरी से कहा कि क्लब आपकी मदद करेगा। क्लब की इज्जत का सवाल है, इसलिए पुलिस को भेज दो। अगर क्लब मदद नहीं करे तो आप पुलिस में रिपोर्ट कर देना। उन्होंने एक कागज पर राजीनामा लिखवाया और पुलिस को देकर उन्हें भेज दिया।
पीड़िता ने बताया कि दीपक गहलोत, अर्पित मोदी व दीपक भाटी ने आकाश चौपड़ा से मोबाइल ले लिया। मैंने मोबाइल मांगा तो उन्होंने कहा कि ये कमेटी के पास रहेगा और हम इसकी जांच कर सहयोग करेंगे। इसके बाद आकाश की पत्नी व ससुर कमलेश तातेड़ ने मुझसे व मेरी मम्मी से झगड़ा शुरू कर दिया। मुझे जान से मारने की धमकी दी। दीपक गहलोत ने मोबाइल को लिफाफे में पैक कर मम्मी के क्रॉस में हस्ताक्षर करवाए और आश्वस्त किया कि हमारी बिना सहमति मोबाइल आकाश को वापस नहीं देंगे। फिर क्लब की ओर से नाबालिग पर समझौते के लिए भी दबाव बनाया गया। उसने बताया कि 25 अप्रैल को क्लब से फोन कर हमें बुलाया। वहां अध्यक्ष हंसराज बाहेती सहित दीपक मोदी, अर्पित मोदी और दीपक भाटी सहित क्लब के कुछ सदस्य थे। उन्होंने समझौता करने का दबाव बनया। बाहेती ने आकाश चौपड़ा का पक्ष लेते हुए मुझ पर आरोप लगाए, कहा- तुम क्लब की सदस्य नहीं हो। मैंने बताया कि सहेली की मेंबरशिप पर आई हूं, तो डराया कि हम उनकी मेंबरशिप खत्म कर देंगे। पेपर पर साइन करके दो। हमने साइन किए तो आश्वासन दिया कि तुम्हारे साथ न्याय करेंगे।आकाश से माफीनामा लेंगे, मोबाइल की जांच करवाएंगे। आपकी सहमति के बाद उसे मोबाइल देंगे। 26 अप्रैल को मम्मी ने क्लब के हंसराज बाहेती को फोन कर पूछा तो वे क्लब में गलत एंट्री की बात करने लगे। आकाश का पक्ष लेते हुए मामला दबाने की कोशिश की। उनकी बातों से लगा कि हमारी बिना सहमति से मोबाइल उसे दे दिया। जब हमने आपत्ति जताई तो क्लब का अंदरुनी मामला बता कहा कि इससे आपका कोई लेना-देना नहीं है।