भारत ने ग्रॉस जीएसटी कलेक्शन में नया रिकॉर्ड बनाया है। अप्रैल 2022 में जीएसटी रेवेन्यू 1,67,540 करोड़ रुपए रहा। इसमें सीजीएसटी 33,159 करोड़ रुपए, एसजीएसटी 41,793 करोड़ रुपए, आईजीएसटी 81,939 करोड़ रुपए और सेस 10,649 करोड़ रुपए है। इससे पहले मार्च में जीएसटी कलेक्शन 1,42,095 करोड़ रुपए रहा था।
अप्रैल 2021 में 1,39,708 करोड़ का जीएसटी कलेक्शन हुआ था। मतलब, सालाना आधार पर जीएसटी कलेक्शन में 20 फीसदी बढ़ोतरी हुई है।
ऐसा पहली बार हुआ है जब जीएसटी कलेक्शन 1.5 लाख करोड़ रुपए से ऊपर निकला है। इससे पहले मार्च में जीएसटी कलेक्शन 1,42,095 करोड़ रुपए रहा था, जो इससे पहले किसी भी महीने का सबसे ज्यादा में जीएसटी कलेक्शन था। अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन के लिहाज से टॉप-5 राज्यों में महाराष्ट्र सबसे ऊपर है। अप्रैल 2022 में महाराष्ट्र में जीएसटी कलेक्शन पिछले साल की तुलना में 35 फीसदी बढ़कर 27 हजार 495 करोड़ रुपए रहा ,जो पिछले साल 22 हजार 13 करोड़ रुपए रहा था। लिस्ट में कर्नाटक और गुजरात दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं।
अगर महंगाई और जीएसटी कलेक्शन के बीच कनेक्शन की बात करें तो जिस महीने में थोक महंगाई बढ़ी है, उस महीने जीएसटी कलेक्शन भी बढ़ा है। मार्च 2022 में जीएसटी कलेक्शन ने नया रिकॉर्ड बनाया था। तब थोक मंहगाई भी 14.55 फीसदी रही थी। ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि जब किसी चीज की कीमत बढ़ती है तो उस पर लगने वाला टैक्स भी बढ़ जाता है।
