जोधपुर में हालात को देखते हुए कर्फ्यू और इंटरनेट बंदी को दो दिन और बढ़ा दिया गया है। शहर के 10 थाना क्षेत्रों में 6 मई रात 12 बजे तक कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है, जबकि आगामी आदेश तक जोधपुर जिले में इंटरनेट बंद रहेगा।
शहर में बिगड़े हालात के मद्देनजर प्रशासन की ओर से बुधवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे सर्किट हाउस में शांति समिति की बैठक बुलाई गई। इसमें कांग्रेस से बीडी कल्ला और भाजपा विधायक सूर्यकांता व्यास समेत दोनों पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद थे। वार्ता शुरू होने से पहले ही विधायक सूर्यकांता व्यास समेत अन्य भाजपा पदाधिकारियों ने इसका बहिष्कार कर दिया। विधायक का कहना था कि स्वतंत्रता सेनानी की प्रतिमा को ढकने वाले उपद्रवी वीडियो और फोटो में साफ नजर आ रहे हैं। इसके बाद भी उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने मांग रखी कि पहले इन आरोपियों की गिरफ्तारी हो और निर्दोष को छोड़ा जाए। विधायक ने कहा, हम बातचीत करने को तैयार हैं। पहले पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी हो और इसके बाद बातचीत करेंगे।
कर्फ्यू के कारण पुराना जोधपुर पूरी तरह बंद है। यहां से गुजरने वाले हर शख्स की जांच की जा रही है। खिड़की की ओट से झांकते चेहरे खौफजदा हैं। गलियां सूनी पड़ी हैं। जो शहर आधी रात के बाद भी गुलजार रहता था, अब वहां की सड़कों पर भरी दोपहरी खामोशी पसरी है। आम तौर पर कर्फ्यू होने पर दूध व सब्जियां महंगी हो जाती हैं। पहली बार जोधपुर में रातों रात दूध के भाव आधे हो गए। यह पहली बार था कि सावों की धूम के बीच चौहटे पर दूध 60 से 70 रुपए लीटर की जगह 30 से 35 रुपए प्रति लीटर तक में बिका। सावों में डिमांड बढ़ने पर दूध के रेट 100 रुपए प्रति लीटर तक भी पहुंच जाता है। मंगलवार को हुए दंगे के बाद कई व्यापारियों को इसका नुकसान उठाना पड़ा।
कर्फ्यू का सबसे ज्यादा असर स्कूली छात्रों पर पड़ा। बुधवार को कई कक्षाओं की परीक्षा थी। स्कूलों से इस संबंध में किसी भी प्रकार के निर्देश नहीं मिले थे। ऐसे में स्कूली बच्चे डरते-डरते अपने घरों से स्कूल जा रहे थे। कर्फ्यू का असर जोधपुर घूमने आए मेहमानों पर भी नजर आया। विदेशी सैलानी परेशान नजर आए। पुराने जोधपुर में किसी भी प्रकार के वाहन का प्रवेश नहीं होने से सैलानियों ने पैदल ही रास्ता तय किया।

