वाराणसी के काशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में स्थित श्रृंगार गौरी के सर्वे को लेकर विरोध शनिवार को भी जारी रहा। एडवोकेट कमिश्नर की टीम ज्ञानवापी परिसर पहुंची तो परिसर के बाहर नमाजियों की भीड़ इकट्ठी हो गई। नारेबाजी शुरू होने के बाद पुलिस ने भीड़ को खदेड़ दिया।
इसके कुछ देर बाद वादी पक्ष परिसर के बाहर आया। उनकी तरफ से एडवोकेट विष्णु जैन ने कहा-कोर्ट ने स्पष्ट आदेश दिया था, लेकिन उसका पालन नहीं हुआ। प्रशासन ने हमें वहां पहुंचने ही नहीं दिया। मुस्लिम समुदाय के लोग दरवाजे पर आकर खड़े हो गए। इस तरह सर्वे फिर रुक गया है।
एडवोकेट कमिश्नर को बदलने के लिए मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट में प्रार्थनापत्र लगाया था, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि एडवोकेट कमिश्नर और वादी पक्ष अपना पक्ष प्रस्तुत करें। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र पर ये सुनवाई सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में हुई। उन्होंने इस मामले की सुनवाई के लिए अगली तिथि 9 मई तय की।
