
सीबीआई ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम के 9 ठिकानों पर छापा मारा है। एजेंसी ने कार्ति के खिलाफ नया मामला दर्ज किया गया है। उन पर 250 चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई को आईएनएक्स मीडिया मामले में लेन-देन की जांच के दौरान इसकी जानकारी मिली। वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कथित तौर पर नियमों की अनदेखी कर चीनी नागरिकों को वीजा दिलाने में मदद की। पंजाब स्थित तलवंडी साबो पावर लिमिटेड प्रोजेक्ट चल रहा था, जिसके लिए चीनी मजदूरों को वीजा दिलाया गया था।
कार्रवाई के दौरान कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि यह (सीबीआईकी कार्रवाई) कितनी बार हुई है, मैं गिनती भी भूल गया हूं। इसका एक रिकॉर्ड होना चाहिए। सीबीआईने 2010-2014 के बीच के इस मामले में नया केस दर्ज किया है। उसी मामले में आज की कार्रवाई की गई है।
सीबीआई तमिलनाडु में तीन, मुंबई में तीन, पंजाब में एक, कर्नाटक में एक और ओडिशा में एक सहित नौ स्थानों पर तलाशी ली है। इसमें ऑफिस और घर शामिल हैं। दिल्ली में पी. चिदंबरम के घर का गेट बंद होने के कारण सीबीआईके अधिकारी गेट फांद कर अंदर घुसे। छापेमारी सुबह आठ बजे शुरू हुई। मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा ये मामला साल 2007 का है और आईएनएक्स मीडिया कंपनी से जुड़ा है। इसकी डायरेक्टर शीना बोरा हत्याकांड की आरोपी इंद्राणी मुखर्जी और उनके पति पीटर मुखर्जी थे। इस मामले में ये दोनों भी आरोपी हैं। आरोपों के अनुसार पी. चिदंबरम ने उस वक्त वित्त मंत्री रहते हुए रिश्वत लेकर आईएनएक्समीडिया हाउस को 305 करोड़ रु. का फंड लेने के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड से मंजूरी दिलाई थी।