इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 15वें संस्करण के फाइनल की एक फोटो वायरल होने के बाद अब भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को भी दाल में कुछ काला लगा है। उस फोटो में बीसीसीआई के सचिव होते हुए भी जय शाह सारे प्रोटोकॉल भूल गुजरात टाइटन्स के चैम्पियन हो जाने की खुलकर खुशी मना रहे हैं।
स्वामी ने एक ट्वीट में आरोप लगाया है कि इंडियन प्रीमियर लीग का फाइनल मुक़ाबला फिक्स था। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह की भूमिका पर सवाल भी उठाए हैं। उनके ट्वीट से क्रिकेट जगत में हड़कंप मैच गया है।
सांसद स्वामी ने ट्वीट में लिखा, खुफिया एजेंसियों का मानना है कि टाटा आईपीएल क्रिकेट के परिणामों में धांधली हुई है। इसकी जांच होनी चाहिए और इसके लिए एक पीएलआई दायर करने की जरूरत है। सरकार जांच नहीं करेगी, क्योंकि अमित शाह का बेटा बीसीसीआई का तानाशाह है। स्वामी का यह ट्वीट क्रिकेट के गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
सोशल मीडिया यूजर्स बीसीसीआई और राजस्थान रॉयल्स से सवाल पूछ रहे हैं। मधु नाम के एक यूजर ने लिखा, टॉस जीतकर राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय क्यों लिया? जबकि क्रिकेट पंडितों का स्पष्ट मानना था कि इस मैदान पर पहले गेंदबाजी करने वाली टीम के जीतने की संभावना है।
एक यूजर का कहना है कि यह महज इत्तेफाक नहीं हो सकता कि गुजरात की टीम, जिसके कप्तान हार्दिक पांड्या भी गुजराती हैं, वह गुजरात के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित फाइनल मैच का हिस्सा बने और जीत भी जाएं। बीसीसीआई सचिव जय शाह जो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे हैं, वह भी गुजराती हैं। इसलिए उनकी भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है।
फाइनल मुक़ाबले में गुजरात टाइटंस (जीटी) ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए राजस्थान रॉयल्स को 7 विकेट से हरा दिया था। इसी के साथ गुजरात ने अपने पहले ही सीजन में खिताब अपने नाम कर लिया है। राजस्थान रॉयल्स ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 130 रन बनाए थे। जवाब में गुजरात ने 18.1ओवर में 3 विकेट खोकर इस टारगेट को हासिल कर लिया था।
