केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संकेत दिया है कि देश में जल्द एथेनॉल से चलने वाले वाहन शुरू हो सकते हैं। इसके लिए सरकार और कंपनियों के स्तर पर बातचीत चल रही है।
केंद्रीय मंत्री ने शनिवार को पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान कहा, बजाज, टीवीएस और हीरो जैसी कंपनियां फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाले मोटरसाइकिल और ऑटो लाए थे। मैं पीएम के पीछे गया और पुणे में इंडियन ऑयल के 3 एथेनॉल पंप मिले, लेकिन अभी तक इसकी एक भी बूंद नहीं बिकी। इसलिए मैं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार से अनुरोध करना चाहता हूं कि आपको इसके लिए आगे आना चाहिए। पुणे में 100 फीसदी एथेनॉल पर स्कूटर-ऑटो शुरू करने के लिए हम बजाज से बात करेंगे। इससे प्रदूषण भी कम होगा।
पिछले साल दिसंबर में गडकरी ने वाहन निर्माता कंपनियों को 6 महीने के भीतर फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाले वाहन बनाने पर जोर दिया था। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार ग्रीन और वैकल्पिक ईंधन के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए काम कर रही है, जिसमें कंपनियों को भी आगे आना होगा। टीवीएस मोटर्स और बजाज ऑटो जैसी ऑटो कंपनियों ने अपने फोर व्हीलर और थ्री व्हीलर वाहनों के लिए भी फ्लेक्स-फ्यूल इंजन का निर्माण शुरू कर दिया था।
हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट ने पेट्रोल में एथेनॉल के 20 फीसदी मिलावट के लक्ष्य को 2025-26 तक पूरा करने को हरी झंडी दिखाई है। इससे पहले यह लक्ष्य 2030 तक के लिए तय किया गया था। अभी पेट्रोल में करीब 10 फीसदी एथेनॉल मिलाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में जैव-ईंधन (बायोफ्यूल) पर नेशनल पॉलिसी में संशोधन को मंजूरी दी गई है। इसके तहत एथेनॉल का प्रोडक्शन बढ़ेगा। प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कई और फसलों के इस्तेमाल की भी मंजूरी दी गई है।
