
राजस्थान के रणथंभौर अभयारण्य से बाघिन टी-39 अपने बच्चों के साथ गायब हो गई है। 10 दिन से वन विभाग मां और बच्चों को ढूढ़ने के लिए लगा हुआ है। मगर अभी तक कुछ पता नहीं चला। सघन तलाशी अभियान के दौरान ट्रेकिंग और कैमरा ट्रैप में भी दिखाई नहीं दिए है। इससे वन विभाग की चिंता बढ़ गई है। बाघिन नूर ने एक महीने पहले ही शावकों को जन्म दिया है।
सवाईमाधोपुर के रणथंभौर में बाघों की मौत और उनके गायब होने का सिलसिला लगातार जारी है। एक महीने में तीन बाघों की मौत के बाद अब बाघिन टी-39 और उसके दो शावक गायब हो गए है। वन विभाग ने उनकी तलाश के लिए दो टीम बनाई हैं। हर टीम में करीब पांच सदस्य है। वह रणथंभौर के जोन 1 व 6 में बाघिन के शावकों की तलाश कर रही हैं। लेकिन अभी तक वन विभाग को सफलता नहीं मिली है।
वन अधिकारियों के अनुसार बाघिन नूर ने दो शावकों को जन्म दिया था। उसके बाद जोन एक के गाड़ाडूब एनिकट क्षेत्र में उनका मूवमेंट था। एहतियात के तौर पर एनिकट क्षेत्र में पर्यटकों के जाने पर भी पाबंदी लगा दी थी, जिसके बाद करीब दस दिन से बाघिन और उसके शावक दिखाई नहीं दे रहे है। रणथंभौर डीएफओ महेन्द्र शर्मा ने बताया कि बाघिन नूर की उम्र 15 साल से अधिक है। वह उम्र के आखिरी पड़ाव पर मां भी बनी है। उम्र के आखिरी पड़ाव पर होने के कारण कई दिनों से शावकों को स्तनपान भी नहीं करा पा रही थी। ऐसे में उसके शावक कुछ दिनों से नजर नहीं आ रहे हैं। ना ही शावक कैमरे में कैद हो रहे हैं।