
राज्यसभा चुनावों की वोटिंग कल होगी। कांग्रेस और भाजपा के विधायक बाड़ेबंदी में वोटिंग की प्रैक्टिस कर रहे हैं। भाजपा बाड़ेबंदी में ही विधायकों से मॉक पोल करवा रही है। बुधवार को हुए मॉक पोल में भाजपा के पांच विधायकों के वोट खारिज हो गए। वोट खारिज होने के बाद जब दोबारा से मॉक पोलिंग करवाई गई तो दो विधायक दूसरी बार भी गलती कर गए और उनके वोट खारिज हो गए।
जिन विधायकों के वोट खारिज हुए उनमें सूर्यकांता व्यास, पूराराम चौधरी अनुभवी विधायक हैं और कई बार राज्यसभा चुनावों में वोट डाल चुके हैं। हरेंद्र निनामा पहली बार विधायक बने हैं। अनुभवी विधायकों से इस तरह गलती करने से अब भाजपा खेमे की चिंता बढ़ गई हैं। अगर असल में वोट खारिज हो गए तो पार्टी की भारी किरकिरी हो सकती है।
भाजपा ने घनश्याम तिवाड़ी और निर्दलीय सुभाष चंद्रा को वोट करने वाले विधायकों की अलग—अलग लिस्ट बनाकर नाम तय कर दिये हैं। ज्यादातर वरिष्ठ नेताओं को घनश्याम तिवाड़ी को वोट करने वाली लिस्ट में लिया है। सुभाष चंद्रा को वोट देने के लिए जिन 30 विधायकों को छांटा गया है, मॉक पोलिंग में उसका ही एक वोट खारिज हो गया। दो बार की मॉक पोलिंग में भी सुभाष चंद्रा को वोट करने वाले विधायक सही वोट नहीं डाल पाए और वोट खारिज हो गया। भाजपा की वरिष्ठ विधायक सूर्यकांता व्यास का नाम सुभाष चंद्रा को वोट करने वाल लिस्ट में है।
बुधवार को हुई गलतियों के बाद आज फिर बिना गलती किए वोट देने की ट्रेनिंग दी गई। बताया जाता है कि जिन विधायकों के वोट खारिज हुए उन्होंने वोट डालने के दौरान सावधान नहीं बरती, जिसकी वजह से साइन बॉक्स के बाहर चले गए, असल पोलिंग में ऐसा करने पर वोट खारिज हो जाते हैं।
राज्यसभा चुनावों में वोटिंग में बहुत सावधानी की जरूरत होती है। यहां प्रायरिटी के हिसाब से वोटिंग करनी होती है। विधायक किस उम्मीदवार को किस प्रायरिटी में वोट देगा, यह पहले से तय होता है। इसमें चुनाव आयाेग से तय बैंगनी कलर की स्याही के पेन से ही वोटिंग करनी होती है। अगर दूसरी स्याही इस्तेमाल की तो वोट खारिज हो जाता है।
हरियाणा में 2016 के राज्यसभा चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा की जीत के पीछे यही कारण रहा था, वहां कांग्रेस के 16 विधायकों के वोट गलत स्याही के इस्तेमाल करने की वजह से खारिज हो गए थे। राज्यसभा में विधायक अपनी पार्टी के प्रतिनिधि को दिखाकर वोट डालता है कि उसने किसे वोट दिया है, लेकिन अगर दूसरी पार्टी के विधायक को वोट दिखा दिया तो वह खारिज हो जाता है। कांग्रेस विधायकों को भी बाड़ेबंदी में वोट देने में क्या सावधानियां रखनी है बताया जा रहा है। मतदान से पहले कांग्रेस विधायकों को वोट देने की प्रैक्टिस करवाई जाएगी। कांग्रेस और समर्थक विधायकों को आज प्लेन से जयपुर शिफ्ट किया जाएगा। सप्ताह भर से कांग्रेस विधायक बाड़ेबंदी में हैं। कांग्रेस विधायकों को उदयपुर से स्पेशल प्लेन के जरिए जयपुर एयरपोर्ट लाया जाएगा, यहां से सीधे दिल्ली रोड के होटल में शिफ्ट किया जाएगा। इसी होटल से शुक्रवार को सीधे विधानसभा पहुंचेंगे।