राजस्थान में 45 डिग्री सेल्सियस की तेज गर्मी के बीच शनिवार देर रात प्री-मानसून की बारिश हुई। उदयपुर, कोटा, जोधपुर और अजमेर संभाग के 9 जिलों में बीती रात से रविवार सुबह तक तेज बरसात हुई। इससे कई इलाके तरबतर हो गए। बांसवाड़ा के गढ़ी में सबसे ज्यादा 115 एमएम (4 इंच से ज्यादा) बरसात हुई। उदयपुर के सलूम्बर में भी 100 एमएम से ज्यादा बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार अगले 2-3 दिन उदयपुर, कोटा और अजमेर संभाग के 14 जिलों में प्री-मानसून बारिश होने की संभावना है।
जयपुर मौसम केन्द्र के अनुसार शनिवार रात बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, पाली, राजसमंद, बारां, चित्तौड़गढ़, कोटा, बूंदी के 15 से ज्यादा इलाकों में बारिश हुई। उदयपुर के गढ़ी, सलूम्बर, खेरवाड़ा, गोगुंदा, सरेरा, राजसमंद के देवगढ़, कुंभलगढ़, बांसवाड़ा के दानपुर, जगपुरा, बारां के अटरू में बारिश हुई।
चित्तौड़गढ़ के बेंगू, कोटा के दीगोद, बूंदी के पाटन और पाली के तखतगढ़ समेत कई जगह 1एमएम से लेकर 115एमएम तक बरसात हुई। बरसात से डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर के कई ग्रामीण इलाकों में खेत पानी से भर गए। लम्बे समय से सूखे पड़े बरसाती नालों में पानी बहने लगा। पीने के पानी की किल्लत से परेशान पाली जिले के मारवाड़ जंक्शन में भी 19 एमएम बारिश हुई, जिससे लोगों को राहत मिली।
देर रात हुई बारिश से पहले आंधी चली, जिससे कई जगह नुकसान भी हुआ। करीब 40 किमी रफ्तार से तेज हवा चलने के कारण बांसवाड़ा के कुशलबाग मैदान में चल रहे मैंगो फेस्टिवल के टेंट उड़ गए। कुशल बाग जीएसएस पर पेड़ गिरने से इलाके की बिजली गुल हो गई। भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर में भी तेज हवा चली।
जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक ने बताया कि 15 जून तक राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी हिस्से में मौसम ऐसा ही बना रहने की संभावना है।

