अमरीकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर 78.29 पर पहुंच गया है। इसका असर शेयर मार्केट में भी देखने को मिला। वर्तमान में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज 2.61 फीसदी गिरावट के साथ 52,889 में देखने को मिल रहा है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 2.50 फीसदी गिरावट के साथ 15,796 पर देखने को मिला।
जानकार भारतीय रुपया व शेयर मार्केट में इस गिरावट के पीछे अमरीका में बढ़ती महंगाई दर और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली को बता रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को भी इसकी बजह मान रहे हैं। पिछले कारोबारी दिन शुक्रवार को रुपया 77.83 पर बंद हुआ था। 23 फरवरी 2022 को रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने से पहले रुपया डॉलर के मुकाबले 74.62 रुपए पर था।
भारतीय शेयर बाजार अधिकतर अमरीकी शेयर बाजार को फॉलो करता है। अगर अमरीकी शेयर बाजार में गिरावट होती है तो उसके अगले दिन भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट देखने को मिलती है। बीते शुक्रवार को अमरीका में महंगाई को लेकर रिपोर्ट जारी हुई थी, जिसके बाद अमरीकी शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली।
रुपए में गिरावट होने पर उतना ही समान विदेशों से आयात करने पर ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं, जिसके कारण आयात किया हुआ समान और महंगा हो जाता है। इससे देश में महंगाई बढ़ती है। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत डॉलर में तय होती है, जिसके कारण देश में तेल की कीमतों पर भी इसका असर पड़ता है।
