केंद्र सरकार द्वारा तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना में चयनित जवानों की सेवा के 4 साल पूरा होने के बाद सेना ही उन्हें आगे रोजगार दिलाने में अहम भूमिका निभाएगी। इस संबंध में गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए बड़ी घोषणा की है। घोषणा के तहत अग्निवीरों को अर्धसैनिक बलों और असम राइफल्स में नौकरी के लिए प्राथमिकता दी जाएगी।
गृह मंत्रालय ने आज ट्वीट कर लिखा, मंत्रालय ने इस योजना में 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों को अर्धसैनिक बलों और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है। स्पष्ट है कि अग्निवीरों को 4 साल तक सेना में सेवा देने के बाद देश की सेवा करने का एक और बड़ा अवसर मिलेगा।
अगले ट्वीट में गृह मंत्रालय ने लिखा, ‘अग्निपथ योजना’ से प्रशिक्षित युवा आगे भी देश की सेवा और सुरक्षा में अपना योगदान दे पायेंगे। इस निर्णय पर विस्तृत योजना बनाने का काम शुरू हो गया है।
कल मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में अग्निपथ योजना की घोषणा की थी। इसके तहत तीनों सेनाओं में तीन चरण में भर्ती की जाएगी। इस साल सरकार ने 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती का लक्ष्य रखा है। ये भर्ती 4 साल के लिए की जाएगी। इसके बाद केवल 25 फीसदी अग्निवीरों को सेना में स्थाई किया जाएगा।
