
जयपुर में 13 साल के बच्चे ने अपने ही माता-पिता को साइबर अटैक से डरा दिया। 8वीं के इस छात्र ने माता-पिता के फोन पर हैंकिंग ऐप इंस्टॉल कर उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स हैक कर लिए और उन्हें धमकियां देने लगा। जब पिता की शिकायत पर साइबर एक्सपर्ट ने मामले की जांच की तो बच्चे ने बचने के लिए कई तरह की कहानियां तक बना डालीं, लेकिन बाद में अपनी गलती मान ही ली।
जब हैकिंग का यह मामला साइबर सेल तक पहुंचा तो बचने के लिए बच्चे ने यह कहानी भी गढ़ दी कि वह सम्मोहित हो गया था। हालांकि, साइबर एक्सपर्ट के काउंसिलिंग करने पर बच्चे ने अपनी गलती मान ली और कबूल किया कि सब कुछ उसने खुद किया था। एक्सपर्ट ने बताया कि लगातार वीडियो देखते हुए ट्रेंडिंग वीडियो के प्रभाव में आकर ही बच्चे ने ऐसा किया था।
बेटे ने पिता को डराने के लिए हैकिंग का इस्तेमाल किया। उसने कहा हैकर्स ने उसे खास तरह का संगीत सुनाया, जिसके बाद वह सम्मोहित हो गया था। बच्चे ने घर में जासूसी के लिए जगह-जगह चिप लगाने और पिता से वॉट्सऐप पर गाली-गलौज करने में भी उसने कोई कसर नहीं छोड़ी। उसने पिता को भेजे मैसेज में कहा- मैं तुम्हारी गर्लफ्रेंड को जानता हूं। मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
साइबर एक्सपर्ट मुकेश चौधरी ने बताया कि 13 मई को हरमाड़ा थाने में एक व्यक्ति ने मोबाइल और फेसबुक अकाउंट हैक होने की शिकायत दी। इसके बाद ही पीड़ित को वॉट्सऐप मैसेज में धमकियां मिलने लगीं। हैकर्स बताकर धमकी देने वाले ने कई मैसेज किए। यह भी बोला कि थाने में शिकायत से क्या होगा। वहां भी मेरा एक आदमी बैठा है। तेरे घर से लेकर हर जगह तक मेरा नेटवर्क है।
पीड़ित ने तुरंत साइबर एक्सपर्ट मुकेश चौधरी से मदद मांगी। फेसबुक अकाउंट पर गंदी पोस्ट और कमेंट करने वाले मोबाइल के आईपी एड्रेस को ट्रेस किया। जिसमें पता चला कि फेसबुक अकाउंट हैक नहीं हुआ है, बल्कि घर के ही एक मोबाइल से मैसेज पोस्ट किया गया था। वह मोबाइल अंकल का निकला, जिसे 8वीं क्लास में पढ़ने वाला उनका ही 13 साल का बेटा यूज करता था। साइबर एक्सपर्ट ने उस वक्त ही बच्चे पर शक जाहिर किया, लेकिन परिजन ने कहा कि बच्चा ऐसा कर ही नहीं सकता, ये हैकर्स का खेल है।
घर में बातचीत के दौरान बच्चे को पता चला कि मामला खुल सकता है तो उसने बचने के लिए ईयरफोन, रिमोट, गैजेट के टुकड़े वायर के साथ अपने ही घर में जगह-जगह लगा दिए। घर में गैजेट लगे मिलने पर परिवार बुरी तरह डर गया। साइबर एक्सपर्ट को तुरंत घर में गैजेट लगे होने के बारे में बताया। एक्सपर्ट ने परिवार से बच्चे की हरकतों पर ध्यान रखने को कहा। जब बेटा खुद ही घर में कई जगह लगे गैजेट खोजकर पैरेंट्स को बताने लगा, तब उन्हें बेटे पर शक हो गया।
पकड़े जाने के डर से बच्चे ने अपने ही पिता को मोबाइल से वॉट्सऐप मैसेज भेजकर धमकाया। गाली-गलौज कर पिता से कहा कि उसको क्राइम ब्रांच तक पकड़ नहीं सकती। इस दौरान पिता जब भी बेटे का मोबाइल देखता तो वह उसकी टेबल पर ही रखा मिलता। इस वजह से उसे बच्चे पर शक नहीं हुआ। उसे हैकर्स पर ही शक था। वह सोचने लगते कि मोबाइल टेबल पर रखा है। बेटा नहीं, हैकर्स ही उसको मैसेज कर रहा है।
बच्चे से सख्ती से पूछा गया तो उसने झूठी कहानी रच डाली। बोला- गेम खेलते समय हैकर्स ने मोबाइल पर एक लिंक भेजा था। लिंक में परिवार की डिटेल के साथ ओटीपी शेयर किया। इंटरनेट कॉलिंग कर मम्मी-पापा को जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद एक म्यूजिक सुनाया, जिसे सुनकर वह सम्मोहित हो गया। उसके बाद उसके कहे अनुसार ही करने लगा। साइबर एक्सपर्ट मुकेश चौधरी के काउंसिलिंग करने पर बच्चे ने खुद यह सब करना बताया। उसको लग रहा था कि उसे तो कोई भी पकड़ नहीं सकता। उसे इंटरनेट पर प्रैंक वीडियो को देखकर खुद ऐसा ही करने का आइडिया आया था।