
जयपुर में छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के मामले बढ रहे हैं। आज तनाव के चलते सीए की तैयारी कर रहे एक छात्र ने शॉपिंग मॉल की तीसरी मंजिल से छलांग लगा कर जान दे दी। वहीं, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के एक छात्रावास में एमबीबीएस तीसरे वर्ष के छात्र ने फांसी का फंदा लगा कर सुसाइड कर लिया।
युवाओं के सुसाइड के पीछ कॉम्पिटिशन का दबाव नहीं झेल पाना प्रमुख कारण माना जा रहा है। हालांकि, विशेषज्ञ छात्रों की कमजोर मानसिक स्थिति के लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार मानते हैं।
शहर के झोटवाडृा स्थित ट्राइटन मॉल में सुबह करीब नौ बजे मॉल खुलने के साथ ही कॉलेज छात्र रोहित जैन (22) यहां की तीसरी मंजिल से कूद गया। सिर फटने के कारण मौके पर ही उसकी मौत हो गई। मॉल की ओर से सुसाइड की जानकारी मिलने के बाद पुलिस रोहित को कावंटिया हॉस्पिटल ले गई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने एफएसएल टीम की मदद से मॉल में सबूत भी जुटाए हैं।
एसीपी (झोटवाड़ा) प्रमोद कुमार स्वामी ने बताया कि युवक एक्सीलेटर से मॉल की तीसरी मंजिल पर पहुंचा। एक किनारे अपनी चप्पल उतारी। बाद में भागकर तीसरे फ्लोर की रेलिंग के ऊपर से छलांग लगाकर सुसाइड कर लिया। जमीन पर गिरने ही धमाके की आवाज सुनकर वहां मौजूद लोगों में दहशत फैल गई।
मृतक की पहचान वैष्णों देवी नगर, झोटवाड़ा निवासी रोहित कुमार जैन (22) पुत्र मनोज जैन के रूप में हुई है। वह बी.कॉम सेकेंड ईयर का छात्र था। साथ ही सीए की तैयारी कर रहा था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि पिछले कई दिनों से वह तनाव में चल रहा था। उसका इलाज भी चल रहा था।
उधर, एसएमएस मेडिकल कॉलेज में एक छात्र ने सुसाइड कर लिया। वह एमबीबीएस तृतीय वर्ष का छत्र था। शुक्रवार देर रात उसने हॉस्टल के कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। छात्र के परिजनों को सूचना दे दी गई है। खुदकुशी की वजह अभी स्पष्ट नहीं है और न ही पुलिस को कोई सुसाइड नोट मिला है। जांच में यह सामने आया कि सुसाइड से पहले युवक ने अपना इंस्टाग्राम डिलीट कर दिया था।
एसएमएस हॉस्पिटल थाना पुलिस ने एफएसएल टीम की मदद से मौके से सबूत जुटाए हैं। थाना प्रभारी नवरतन धोलिया ने बताया कि अमन (25) हिमाचल प्रदेश का रहने वाला था औऱ मेडिकल कॉलेज के कोठारी हॉस्टल में रहता था।