उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड मामले में एनआईए ने 7वें आरोपी की गिरफ्तारी का खुलासा किया है। 30 जून को ही उसे टीम ने पकड़ लिया था। उसका नाम बबला उर्फ फरहाद शेख है। 16 जून को हुई गुप्त बैटक में बबला ने ही हत्यारों मोहम्मद गौस और रियाज अत्तारी को वीडियो बनाने के लिए कहा था, ताकि उस वीडियो को वायरल करके दहशत फैलाई जा सके।
उदयपुर के पटेल सर्किल और सवीना इलाके में चिकन लॉरी चलाने वाले बबला ने कन्हैयालाल सहित 5 अन्य लोगों की रेकी कराई थी। इस मामले में गौस और रियाज समेत 6 आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। बबला ने मुस्लिम समाज के युवाओं की एक गैंग भी बना रखी है।
28 जून को दोपहर 2.45 बजे उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में सुप्रीम टेलर्स के संचालक कन्हैयालाल साहू की धारदार हथियार से तालीबानी तरीके से हत्या कर दी गई थी। गौस और रियाज ने हत्या का लाइव वीडियो बनाया। साथ ही हत्या की जिम्मेदारी लेने का भी वीडियो बनाया। एनआईए ने बबला की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए रविवार को कहा कि वह दीवान शाह कॉलोनी निवासी है। इस कांड का प्रमुख आरोपी भी है। बबला, रियाज का रिश्तेदार है। इसने उदयपुर में नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने वाले आधा दर्जन लोगों की रेकी करवाई थी। इसमें कन्हैयालाल साहू भी शामिल थे।
बबला ने खांजीपीर, सिलावटवाड़ी, सवीना और मल्लातलाई के 50 से ज्यादा मुस्लिम युवाओं की गैंग भी बना रखी है। उसने इसी गैंग के जरिए रेकी करवाई थी। बबला आर्थिक रूप से सक्षम होने से रियाज और गौस को फडिंग करने में मदद करता था। बबला दावत ए इस्लामी का भी सदस्य है। हत्या से पहले भी बबला से रियाज ने बात की थी। इस मामले में अमजद और उसका साथी फरार है।
अमजद की दुकान पर ही आरोपियों ने कपड़े बदले। इसी दौरान अमजद ने अपने आदमी को भेजकर रियाज की 2611 नंबर की बाइक में 600 रुपए का पेट्रोल भरवाया था।
