हिन्दू परंपरा और तिथि के हिसाब से हर साल दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है। मगर इस साल यह परंपरा टूटने वाली है। क्योंकि दिवाली के अगले दिन खण्डग्रास सूर्यग्रहण के कारण गोवर्धन पूजा नहीं होगी।
इस बार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशीयुक्त प्रदोष व्यापिनी अमावस्या पर 24 अक्टूबर को दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। इसके अलगे दिन कार्तिक कृष्ण अमावस्या 25 अक्टूबर को खण्डग्रास सूर्यग्रहण होगा। इसके चलते इस बार दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा नहीं हो सकेगी। प्रभु को अन्नकूट का भोग भी नहीं लगेगा। जयपुर में 25 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 32 मिनट पर सूर्यग्रहण शुरू होगा, जो सूर्यास्त के बाद शाम 6 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। इस बीच सूर्य शाम 5.50 बजे अस्त हो जाएगा। वहीं सूर्योदय से पहले तड़के 4 बजकर 15 मिनट पर सूर्यग्रहण का सूतक लग जाएगा। ऐसे में इस दिन न गोवर्धन पूजा होगी और न ही ठाकुरजी को अन्नकूट का भोग लगेगा।
नाथद्वारा (राजसमंद) के श्रीनाथजी मंदिर में इस बार सूर्यग्रहण के कारण अन्नकूट महोत्सव दीपावली के आठ दिन बाद होगा। गोपाष्टमी व अक्षय नवमी को यह आयोजन होगा, जिसमें आदिवासी ठाकुरजी के सम्मुख अन्न लूटेंगे।
