राजस्थान में मानसून जाते-जाते यह तबाही मचाने पर तुला है। पिछले 2-3 दिन से हो रही बारिश अब मुसीबत बन गई है। कल सुबह से अब तक जयपुर, अलवर, दौसा, सीकर समेत कई जिलों में 100 एमएम से ज्यादा पानी बरस चुका है। नदी-नाले उफान पर हैं। शहर-कस्बों की सड़कें लबालब हो गई हैं। बारां में विवाहिता को बाइक सहित उठाकर युवकों ने नदी पार कराया। वहीं के थाने में पानी भर गया है, जहां बंदियों के साथ स्टाफ को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 10 से ज्यादा जिलों में फसलें तबाह गई हैं। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
पिछले 24 घंटे में अलवर के बहरोड़ में 145 एमएम (करीब 5 इंच) बरसात हुई। बहरोड़ के अलावा अलवर के ही कोटकासिम, टपूकड़ा, बहादुरगढ़, दौसा जिले के सिकराय, मंडावर, भरतपुर जिले के नगर, पहाड़ी, नदबई, चूरू जिले के तारागढ़, सुजानगढ़ के अलावा जयपुर के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। भारी बारिश का दौर जयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग के अलावा अजमेर, पाली जिलों में जारी है।
जयपुर में आज लगातार दूसरे दिन सुबह से रिमझिम बारिश का दौर बना रहा। पिछले 24 घंटे के दौरान जयपुर मौसम केन्द्र ने 66 एमएम बारिश दर्ज की है, जो पिछले 10 साल में सितंबर के महीने में किसी भी दिन हुई सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड है।
बारिश और बादलों वाले इस मौसम से लोगों को रविवार से राहत मिलेगी। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के ऊपर बने लो-प्रेशर सिस्टम का असर शनिवार से धीरे-धीरे कम होने लगेगा। आज देर शाम या कल से जयपुर समेत कई जगहों पर मौसम साफ होगा और धूप निकलने लगेगी। बारिश का दौर भी धीरे-धीरे थमेगा।
