मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सचिन पायलट को गद्दार कहने का विवाद बढ़ता जा रहा है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी गद्दार शब्द की गूंज सुनाई दे रही है।
इंदौर में रविवार को भारत जोड़ो की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और कम्युनिकेशन सेल के चीफ जयराम रमेश ने गहलोत- पायलट विवाद पर बयान देते हुए मतभेद की बात मानी। उन्होंने कहा- मुख्यमंत्री के शब्द अप्रत्याशित थे। उनको कुछ शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। शब्दों का जो इस्तेमाल किया, वे मेरे लिए अप्रत्याशित हैं। मुझे काफी आश्चर्य हुआ।
जयराम रमेश ने कहा- राजस्थान के मुद्दे पर मैंने तीन बार बयान दिए हैं। अब चौथी बार दोहरा रहा हूं। गहलोत हमारी पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। सचिन पायलट हमारी पार्टी के युवा, लोकप्रिय और ऊर्जावान नेता हैं। दोनों की हमारी पार्टी को जरूरत हैं । कुछ मतभेद हैं। जो शब्द मुख्यमंत्री की ओर से इस्तेमाल किए गए, जो अप्रत्याशित थे। मुझे भी आश्चर्य हुआ। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का महत्व नहीं है। व्यक्ति आते जाते रहते हैं। संगठन सबसे ऊपर है। संगठन को जो मजबूत करेगा, नेतृत्व की ओर से वही हल निकाला जाएगा।
राजस्थान पर फैसला करने की समय सीमा के सवाल पर जयराम रमेश ने कहा- राजस्थान के बारे में जितना कहना था, कह दिया। मैं कोई समय सीमा तय नहीं कर सकता हूं। वह कांग्रेस नेतृत्व तय करेगा। मैं सिद्धांत बता सकता हूं। मैंने सिद्धांत बताया वो एक ही है, कोई फैसला करने से संगठन मजबूत होगा या कमजोर। वही चुना जाएगा, जो कांग्रेस संगठन को मजबूत करे। अगर कठोर निर्णय लेने हैं तो लिए जाएंगे। समझौता करवाना है तो करवाया जाएगा। मैंने पहले ही कहा है एक तरफ एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। जो राज्य और केंद्र के स्तर पर कई पदों पर रह चुके हैं। दूसरी तरफ युवा, लोकप्रिय, सक्रिय ओर नौजवान नेता है। हमें दोनों की ही जरूरत है। राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा सफल होगी,राजस्थान का हर नेता और कार्यकर्ता चाहता है कि भारत जोड़ो यात्रा सफल हो। बयानबाजी तो चलती रहती है।
उल्लेखनीय है कि तीन दिन पहले 23 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर अब तक का सबसे बड़ा हमला बोलते हुए कहा था कि पायलट को कैसे सीएम बना सकते हैं। जिस आदमी के पास 10 विधायक नहीं हैं, जिसने बगावत की हो, जिसे गद्दार नाम दिया गया है, उसे लोग कैसे स्वीकार कर सकते हैं।
