भारतीय क्रिकेट टीम में जल्द ही बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है। आईसीसी टी20 विश्व कप में हारने के बाद बड़े खिलाड़ियों की जमकर आलोचना की गई थी। अब टीम इंडिया टी20 में इंग्लैंड की तरह ही युवा खिलाड़ियों के साथ खेलना चाहती है। एक रिपोर्ट के अनुसार जल्द ही भारत के सीनियर खिलाड़ी केवल वनडे और टेस्ट में खेलते नजर आएंगे।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में हुए आईसीसी टी20 विश्व कप में हारने के बाद सीनियर खिलाड़ियों की जमकर आलोचना की गई थी। कुछ पूर्व क्रिकेटर सीनियर्स को टीम से हटाने की बात कह रहे हैं। टी20 विश्व कप में टीम इंडिया के खिलाड़ियों की फिटनेस पर भी सवाल खड़े किए गए। ऐसे में टीम इंडिया आगे से टी20 में इंग्लैंड की तरह ही केवल युवा खिलाड़ियों के साथ खेलती नजर आ सकती है। हाल ही में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हार्दिक पंड्या की कप्तानी में टी20 सीरीज 1-0 से जीतकर यह साबित भी किया है कि युवा खिलाड़ी ही फटाफट क्रिकेट में चल सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया है कि टीम इंडिया के आने वाले शेड्यूल में वनडे और टेस्ट मैच अधिक हैं। 2023 में दो आईसीसी ट्रॉफी भी होंगी। इसलिए टीम इंडिया लंबे फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित करने वाली है। 2024 टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए बीसीसीआई तब तक क्रिकेट के नए ब्रांड को स्थापित करने की उम्मीद कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार बीसीसीआई कभी किसी प्लेयर को रिटायर होने के लिए नहीं कहता है। यह खिलाड़ी का व्यक्तिगत निर्णय है। वर्ष 2023 में टी20 मैच बहुत कम होंगे। इस दौरान अधिकतर सीनियर खिलाड़ी टेस्ट और वनडे पर फोकस करेंगे। इस तरह अगले साल अधिकांश सीनियर खिलाड़ी टी20 क्रिकेट खेलते हुए नहीं दिखेंगे। भविष्य में भारतीय टी20 टीम न्यूजीलैंड दौरे की तरह ही युवा खिलाड़ियों से भरी नजर आएगी।
भारत को बांग्लादेश के खिलाफ अब दिसंबर में टेस्ट सीरीज खेलनी है। यहां जीतकर भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियशिप के फाइनल की दौड़ में बना रहेगा। फाइनल में पहुंचने के लिए भारत को अगले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली घरेलू टेस्ट सीरीज को भी हर हाल में जीतना होगा। वहीं, वनडे विश्व कप 2023 भारत सरजमीं पर ही खेला जाए। ऐसे में मेजबान होने के चलते भारत इसमें पहले ही क्वालिफाई कर चुका है।
