भारतीय टीम को आज बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के पहले वनडे में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। 9 विकेट हासिल करने के बाद भी टीम आखिरी विकेट नहीं ले पाई और मेहदी हसन मिराज ने लाजवाब पारी खेलकर हार को जीत में बदल दिया। सांसें थाम देने वाले इस मुकाबले में कई उठा-पटक देखने को मिले। कभी भारत ड्राइविंग सीट पर रहा, तो कभी बांग्लादेश। केएल राहुल ने मेहदी हसन मिराज का आसान सा कैच छोड़ा था। इसके बाद ही मेहदी हसन ने नाबाद 38 रन बनाते हुए मैच जिताया।
इस लो-स्कोरिंग मुकाबले में बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। भारत की पारी 41.2 ओवर में 186 रन के स्कोर पर सिमट गई। केएल राहुल ने सबसे ज्यादा 73 रन बनाए। जवाब में बांग्लादेश की टीम ने 46वें ओवर में नौ विकेट पर जीत के लिए जरूरी रन बना डाले।
बांग्लादेश की जीत के हीरो मेहदी हसन मिराज और मुश्तफिजुर रहमान रहे, जिन्होंने आखिरी विकेट के लिए 54 रनों की साझेदारी की। टीम ने 136 के स्कोर पर 9वां विकेट गंवाया था। उसके कप्तान लिटन दास ने सबसे ज्यादा 41 रन बनाए। भारत के लिए मोहम्मद सिराज ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए।
43वें ओवर में मेहदी हसन मिराज के दो कैच उठे। लेकिन दोनों छूटे। पहला : केएल राहुल हाई बॉल को पकड़ नहीं पाए। यह कैच 43वें ओवर में शार्दूल ठाकुर की बॉल पर उठा था। दूसरा :शार्दूल के ही ओवर में थर्ड मैन बाउंड्री पर खड़े सुंदर ने कैच पकड़ने का प्रयास ही नहीं किया।
भारत से मिले 187 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेजबान टीम की बल्लेबाज अच्छी नहीं रही, लेकिन आखिरी विकेट की साझेदारी ने पूरे मैच का हाल बदल दिया। छोटे से लक्ष्य को घर पर हासिल करने उतरी टीम को पहली गेंद पर दीपक चाहर ने झटका दिया। नजमुल हुसैन शू्न्य पर वापस लौटे। इनामुल हक को वाशिंग्टन सुंदर ने वापस भेजा, तो कप्तान लिटन दास को उन्होंने विकेट के पीछे केएल राहुल के शानदार कैच के दम पर वापसी का रास्ता दिखाया।
इससे पहले टीम इंडिया की शुरुआत भी बेहद खराब रही। अनुभवी शाकिब अल हसन ने एक के बाद एक पांच बड़े विकेट लेकर भारत को बैक फुट पर धकेल दिया। ओपनर शिखर धवन और रोहित शर्मा जल्दी आउट होकर वापस लौटे। इसके बाद विराट कोहली और श्रेयस अय्यर भी अपना विकेट गंवा बैठे। 92 रन पर 4 विकेट गंवाने के बाद राहुल ने जुझारू पारी खेल टीम को मुश्किल से निकाला। 70 गेंद पर उन्होंने 5 चौके और 4 छक्के की मदद से 73 रन की पारी खेल स्कोर को 186 तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
