जोधपुर के शेरगढ़ स्थित भूंगरा में 8 दिसंबर को हुए गैस सिलेंडर धमाके में मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। आज सुबह भी इस हादसे में बुरी तरह झुलसे तीन लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 1 महिला और 2 बच्चे हैं। इससे मौत का आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया है।
शनिवार को दम तोड़ने वालों में सुआ कंवर (60), पूनम (11), सज्जन कंवर (10) और सुरेंद्र सिंह (30) शामिल हैं। अब तक हुई मौतों में सबसे ज्यादा संख्या बच्चों की है। कुल मृतकों में से 7 बच्चे हैं। शुक्रवार को हादसे वाले गांव में दिनभर अंतिम संस्कार हुए। एक साथ जलीं चिताओं से अंतिम संस्कार कर रहे रिश्तेदारों और ग्रामीणों की रूह कांप गई।
घायलों के बेहतर इलाज के लिए सीएम के निर्देश पर जयपुर से डॉक्टरों की टीम जोधपुर भेजी गई है। घायलों का जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। यहां फिलहाल 47 घायल भर्ती हैं। इनमें से 10 की हालत गंभीर है। ये 60 प्रतिशत तक जल चुके हैं। इनमें बच्चे और महिलाओं की संख्या ज्यादा है। वहीं, 11 घायल 50 प्रतिशत तक झुलस चुके हैं, जबकि 29 घायलों की स्थिति अगले 48 घंटों में साफ हो पाएगी।
गैस सिलेंडर में ब्लास्ट मरीजों का हाल जानने व रिव्यू करने शनिवार को जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल की टीम जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल पहुंची और घायलों के इलाज के बारे में जानकारी ली। मेडिकल टीम ने बताया कि सभी का इलाज प्रोटोकॉल के तहत किया जा रहा है। किसी भी मरीज को हायर सेंटर पर रेफर करने की जरूरत नहीं है। हॉस्पिटल में आईसीयू में दो प्लास्टिक सर्जन भी ड्यूटी दे रहे हैं।
