ट्रेन किराए में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट पर मार्च के बाद रेलवे विचार करेगा। ये रियायत कोरोना काल से ही बंद है, जिसकी वजह से बुजुर्गों को परेशानी हो रही है। रेलवे से जुड़े सूत्रों के अनुसार हम बुजुर्ग नागरिकों के लिए रेलवे रियायत फिर से बहाल करने की मांग पर मार्च 2023 के बाद विचार करेंगे। तब तक मौजूदा वित्तीय वर्ष में रेलवे की माली हालत की पूरी जानकारी भी रेलवे मंत्रालय के सामने होगी। तब मार्च बाद रेलवे रियायत फिर से बहाल करने की मांग पर जरूर विचार होगा। भारतीय रेलवे मार्च 2020 से पहले वरिष्ठ नागरिकों के मामले में महिलाओं को किराये पर 50 फीसदी और पुरुषों को सभी क्लास में रेल सफर करने के लिये 40 फीसदी छूट देता था। ये छूट लेने के लिये बुजुर्ग महिलाओं के लिए न्यूनतम आयु सीमा 58 और पुरुषों के लिये 60 वर्ष थी, लेकिन कोरोना काल के बाद इन्हें मिलने वाली सभी तरह की रियायतें खत्म कर दी गई है। तब से लगातार इस बात की मांग की जा रही है कि वरिष्ठ नागरिकों को रियायत दी जाए।
