राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव की उल्टी गिनती शुरू होने के साथ ही सीपी जोशी गुट में फूट पड़ने के संकेत मिले हैं। आज सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने एक बार फिर आरसीए अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरा। उनको जोशी की तरफ से खड़ा किया गया है। उनके बाद इसी गुट के गिरिराज सनाढ्य ने भी अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल कर सबको चौंका दिया।
मंगलवार को वैभव नामांकन भरने अपनी बेटी के साथ जयपुर में एसएमएस स्टेडियम स्थित एसोसिएशन के दफ्तर पहुंचे थे। कुछ देर बाद गिरिराज सनाढ्य ने वैभव के खिलाफ अध्यक्ष पद पर नामांकन दाखिल कर दिया। पिछले दिनों सनाढ्य ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन की वोटर लिस्ट में राजसमंद से सनाढ्य को ही सचिव माना गया था। ऐसे में आज उन्होंने वैभव के खिलाफ नामांकन दाखिल कर सभी को चौंका दिया।
उधर, जोशी के विरोधी राजेंद्र सिंह नांदू गुट की ओर से अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पदों पर मुकेश शाह व धनंजय सिंह, कोषाध्यक्ष पर विनोद सारण, एग्जीक्यूटिव मेंबर पर अरुण सिंह, संयुक्त सचिव पर शत्रुघ्न तिवारी और सचिव पद पर आरएस नांदू ने नामांकन दाखिल किए हैं।
उल्लेखनीय है कि 29 सितंबर को हाईकोर्ट ने आरसीए चुनाव अधिकारी की नियुक्ति को लेकर वोटिंग से पहले ही चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। इसके बाद आरसीए चुनाव अधिकारी बनाए गए रिटायर्ड आईएएस रामलुभाया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिनको लेकर 4 जिला क्रिकेट संघों और उनके सचिवों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। इसके बाद मौजूदा आरसीए कार्यकारिणी ने देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त रहे सुनील अरोड़ा को संघ का चुनाव अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही कोर्ट में इस पूरी प्रक्रिया के दस्तावेज पेश किए। 22 नवंबर को हाईकोर्ट ने चुनाव प्रक्रिया से रोक हटाकर नए सिरे से आरसीए को चुनाव कराने का आदेश दिया।
