लगता है केंद्र सरकार राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की अपार सफलता से घबरा गई है। इसीलिए उसने एकबारगी चीन में फैले कोरोना का बहाना लेकर भारत में भी दहशत का माहौल बनाकर इस यात्रा को जैसे-तैसे रोकने की कवायद शुरू की है। इसके तहत बुधवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राहुल गांधी को एक चिट्ठी लिखकर उनसे कोरोना की धमक का हवाला देकर भारत जोड़ो यात्रा रोकने को कहा। फिर आज गुरूवार को राजस्थान में भाजपा की जनाक्रोश यात्रा स्थगित कर राहुल पर दबाव बना दिया।
हालांकि मांडविया की चिट्ठी लिखने तक केन्द्र सरकार ने कोरोना को लेकर कोई एडवाइज़री जारी ही नहीं की थी। कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने इसपर सवाल भी उठाया। विपक्षी दलों ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की यात्रा में उमड़ रही भीड़ को देखकर केंद्र सरकार घबरा गई है। इसी के बाद सरकार ने बैक फुट पर आकर पूरे देश के लिए बुधवार दोपहर ही एडवाइज़री जारी कर दी कि लोग मास्क पहनें और बूस्टर लगवाएँ।
केन्द्र सरकार की इस रणनीति में गौर करने वाली बात यह भी है कि उसने भारत जोड़ों यात्रा को तो निशाने पर लिया है, लेकिन चीन से आने वाली उड़ानों को रोकने पर अभीतक कोई निर्णय नहीं लिया है। आज स्वास्थ मंत्रालय के अधिकारियों से जब इस बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि चीन से कोई सीधी उड़ान भारत नहीं आती है। वहां से जो कनेक्टिंग प्लाइटें आतीं हैं, उन्हें रोकने पर निर्णय अभी लिया जाना है।
ऐसे में मांडविया की चिट्ठी से राजनीतिक गंध आने का विपक्षी नेताओं का कथन सही लगता है। क्योंकि रैलियाँ और सभाएं पिछले दिनों और भी हुई हैं, उन पर रोक नहीं लगाई गई तो भारत जोड़ो यात्रा को कैसे रोका जा सकता है?
