भारत पहुंचे 15 विदेशी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। बिहार के गया एयरपोर्ट पर थाईलैंड के 9, म्यांमार के एक और इंग्लैंड के एक यात्री की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं दिल्ली एयरपोर्ट पर म्यांमार से आए 4 विदेशियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेज दिए गए हैं।
कोलकाता एयरपोर्ट पर भी 2 कोविड पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। ये दोनों भारतीय हैं। इनमें से एक 24 दिसंबर को दुबई से आया था, जबकि दूसरा मलेशिया के कुआलालंपुर से आया है।
गया में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आए 11 विदेशी नागरिक कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे धार्मिक स्थल पर कोविड मामलों की संख्या बढ़ने की आशंका है। सिविल सर्जन डॉ. रंजन कुमार सिंह ने कहा कि विदेशियों को फिलहाल बोधगया के एक होटल में आइसोलेट किया गया है।
इसबीच, कोरोना पर केंद्र सरकार की सख्ती के बीच भारतीय एक्सपर्ट ने राहत भरी खबर दी है। सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) के डायरेक्टर विनय के. नंदीकूरी ने कहा कि बीएफ.7 वैरिएंट का असर भारत में ज्यादा नहीं होगा। उनके अनुसार ज्यादातर भारतीयों के पास अब हाइब्रिड इम्यूनिटी है। उन्होंने वैक्सीनेशन के जरिए इम्यूनिटी हासिल कर ली है। हालांकि उन्होंने मास्क लगाने समेत कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने पर जोर दिया।
सीसीएमबी के निदेशक ने कहा कि इम्यूनिटी होने पर सभी तरह के नए वैरिएंट से बचने की क्षमता होती है, लेकिन हमेशा एक चिंता होती है कि जिन्होंने वैक्सीनेशन करवाया है वो भी ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट से संक्रमित हो सकते हैं। हालांकि भारत में संक्रमण को लेकर उतना परेशान होने की जरूरत नहीं है, जितना डेल्टा वैरिएंट के समय हुई थी। ऐसा इसलिए है, क्योंकि हमारे पास एक हद तक हर्ड इम्यूनिटी आ गई है। यही वजह है कि हम अन्य वायरस के संपर्क में आने के बावजूद सुरक्षित हैं।
इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कोविड 19 की स्थिति और तैयारियों को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के साथ वर्चुअल बैठक की है।
