राजस्थान में सर्दी रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। शनिवार देर रात चूरू और फतेहपुर में पारा माइनस में रिकॉर्ड हुआ। अब कुछ दिन पारा बढ़ेगा, मकर संक्रांति से तापमान फिर माइनस में जा सकता है।
क्योंकि वेस्टर्न डिर्स्टबेंस के कारण पहाड़ों में बर्फबारी होने के आसार बन रहे हैं। तब बर्फीली हवा पहाड़ी इलाकों से होते हुए राजस्थान आएगी, इससे तापमान में भारी गिरावट होगी। रबी की फसल के लिए मावठ का इंतजार कर रहे किसानों को अभी इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार 15 जनवरी तक बारिश या बूंदाबांदी के कोई आसार नहीं है। 5 साल बाद ऐसा होगा, जब आधी जनवरी बिना बारिश के निकल जाएगी। अब 11-12 जनवरी को वेस्टर्न डिर्स्टबेंस का असर उत्तरी भारत में होगा। इससे मैदानों से आने वाली हवा रुकेगी और तापमान बढ़ने लगेगा। जयपुर समेत कई शहरों में रात का न्यूनतम तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, अलवर बेल्ट में घने कोहरे से लोगों को राहत मिलेगी। चूरू, सीकर, टोंक, धौलपुर, करौली, भरतपुर समेत अन्य शहरों में शीतलहर से भी राहत मिल सकती है।
पिछले कुछ दिनों से लगातार घने कोहरे, शीतलहर से कड़ाके की सर्दी की स्थिति बनी हुई थी। इससे अब लोगों को काफी राहत मिली है। कोटा, बूंदी, बारां में दिन का तापमान शनिवार को बढ़कर 20 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया। गंगानगर, हनुमानगढ़ में भी दिन के तापमान में 6 डिग्री सेल्सियस तक का इजाफा हुआ और धूप निकलने से लोगों को राहत मिली है।
