राजस्थान सरकार प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ओबीसी और एमबीसी वर्ग के छात्रों को फीस में बड़ी छूट देने की तैयारी कर रही है। दोनों वर्ग के छात्रों को सालाना लगने वाली ट्यूशन फीस पूरी तरह से माफ होगी। यह छूट ओबीसी व एमबीसी वर्ग के उन छात्रों को मिलेगी जो नॉन-क्रीमीलेयर श्रेणी में आते हैं। ओबीसी में जाट, कुमावत, माली, यादव, चारण सहित 82 जातियां शामिल हैं, जबकि एमबीसी में गुर्जर, रैबारी, बंजारा सहित 5 जातियां आती हैं।
यदि किसी परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपए से कम है, तो उस परिवार को नॉन क्रीमीलेयर की श्रेणी में रखा जाएगा। मतलब, 8 लाख से कम आय वर्ग वाले परिवार के छात्रों को ट्यूशन फीस में छूट का फायदा मिलेगा। अगर किसी परिवार की सालाना आय 8 लाख रुपए से अधिक है तो उस परिवार को क्रीमीलेयर की श्रेणी में रखा जाएगा। ऐसे परिवार के छात्र को फीस में छूट का फायदा नहीं मिलेगा।
ओबीसी व एमबीसी छात्रों को फीस में छूट देने के लिए मेडिकल शिक्षा विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। फीस में छूट का प्रस्ताव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेज दिया गया है। विभाग के प्रमुख सचिव टी. रविकांत ने बताया कि सीएम की मंजूरी के बाद प्रस्ताव को कैबिनेट की मीटिंग में रखा जाएगा। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह प्रस्ताव सीएमओ के निर्देश पर ही तैयार किया गया है। इसे जल्दी ही मंजूरी मिलने की संभावना है।
प्रदेश के जिन सरकारी मेडिकल कॉलेजों में ओबीसी और एमबीसी वर्ग के छात्रों को छूट मिलने जा रही है, उनमें जयपुर का एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जोधपुर का डॉ. संपूर्णानंद मेडिकल कॉलेज, बीकानेर का सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, कोटा का गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अजमेर का जेएलएन मेडिकल कॉलेज और उदयपुर का आरएनटी मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। इन मेडिकल कॉलेजों में पढ़ने वाले ओबीसी और एमबीसी वर्ग नॉन क्रीमीलेयर छात्रों की सालाना 60,800 रुपए की ट्यूशन फीस माफ होगी। प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एससी-एसटी, ईडब्ल्यूएस छात्रों और लड़कियों को सरकार पहले से ही ट्यूशन फीस की छूट दे रही है।
