दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में हरियाणा की खाप पंचायतें दिल्ली कूच की तैयारी कर रही हैं। खापों ने सरकार को सीधे रूप से चुनौती दी है कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर एफआईआर दर्ज हो और सरकार उनको तुरंत बर्खास्त करे। अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो पूरे हरियाणा की खाप पंचायतें एकजुट होकर खिलाड़ियों की मांगों को मनवाने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगी।
इस मुद्दे पर हरियाणा के चरखी दादरी के स्वामी दयाल धाम पर आज फोगाट खाप के प्रधान बलवंत नंबरदार की अध्यक्षता में पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत में सांगवान, फोगाट, श्योराण, सतगामा, पंवार सहित दर्जनभर खाप के प्रतिनिधियों के अलावा कर्मचारी, सामाजिक संगठन के पदाधिकारी भी शामिल हुए। करीब दो घंटे चली पंचायत में खाप प्रतिनिधियों ने एकजुट होते हुए देश के लिए मेडल लाने वाले खिलाड़ियों के साथ कुश्ती महासंघ द्वारा किये जा रहे अत्याचार की घोर निंदा की।
इससे पहले दोपहर में पहलवानों के प्रतिनिधिमंडल ने खेल मंत्रालय में खेल सचिव और साई के डीजी से मुलाकात की। उसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पहलवानों ने बताया कि खेल मंत्रालय के अफसरों ने हमारी मांगों को सुना है और आश्वासन दिया है। हालांकि, अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हम मांगें पूरी होने तक धरना स्थल से नहीं हटेंगे। बजरंग पुनिया ने कहा कि आज रेसलिंग का हर सदस्य यहां धरने पर बैठा है। बृजभूषण ने कहा था कि आरोप सच निकले तो फांसी पर लटक जाएंगे। आज हमारे पास 6 लड़कियां ऐसी हैं, जिनका यौन शोषण किया गया। वे सबूत के साथ यहां बैठी हैं।
खिलाड़ियों के हंगामे के बाद कुश्ती महासंघ बैकफुट पर आ गया है। यही वजह है कि 22 जनवरी को कुश्ती महासंघ ने आपात बैठक बुलाई है। कहा जा रहा है कि बैठक में बृजभूषण शरण सिंह अपने पद से इस्तीफे की पेशकश कर सकते हैं। इससे पहले उन्होंने आज खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से फोन पर बातचीत की और अपना पक्ष रखा। बृजभूषण का कहना था कि उन्हें साजिशन फंसाया जा रहा है। एक भी आरोप में सच्चाई नहीं है।
