आयकर विभाग ने गुरुवार को जयपुर में 5 नामी बिल्डर ग्रुप के 38 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा। गुरुग्राम में भी बिल्डर ग्रुप के 2 ठिकानों पर टीमें सर्च ऑपरेशन कर रही हैं। विभग को टिप मिली थी की ये बिल्डर्स जयपुर में मल्टी स्टोरी बिल्डिंग के फ्लैट्स, प्लॉट्स और कमर्शियल प्रॉपर्टी के सौदे नगद में कर रहे थे।
सत्यापन करने के बाद आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा की 40 टीमों ने गुरुवार सुबह एक साथ छापेमारी की। बिल्डर मंगलम ग्रुप, संजीवनी, आर-टेक, जुगल डेरेवाला और हरिदत्त के कॉर्पोरेट ऑफिस, मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में चल रहे ऑफिस के साथ-साथ इनके घरों पर भी छापेमारी की गई है। पांचों बिल्डर के जयपुर और गुरुग्राम में 38 ठिकाने बताए जा रहे हैं। इनमें से जयपुर में 36 और ग्रुरुग्राम में 2 ठिकाने हैं।
टीमों ने इन ग्रुप के जयपुर में टोंक रोड, मानसरोवर, राजापार्क, जगतपुरा, सी-स्कीम, सिविल लाइंस, अजमेर रोड, दिल्ली रोड, आगरा रोड, सांगानेर सहित कई स्थानों पर छापेमारी की है। इनमें इनके कई प्रोजेक्ट, आवास, ऑफिस और सहयोगियों के ठिकाने शामिल हैं। छापेमारी कार्रवाई में करीब 300 से अधिक कर्मचारी जुटे हुए हैं।
सूत्रों ने बताया कि विभाग को लंबे समय से करोड़ों की अघोषित आय की शिकायत मिल रही थी। पांचों बिल्डर जमीन खरीद-फरोख्त में नगद का इस्तेमाल कर रहे हैं। आवास और ऑफिस के बेचान में बड़ी मात्रा में काली कमाई ले रहे हैं। अब तक की जानकारी के अनुसार इनके ठिकानों से भारी मात्रा में नकदी, जमीन खरीद-फरोख्त के दस्तावेज मिले हैं, जिनका सत्यापन किया जा रहा है।
आयकर विभाग ने राजस्थान समेत कई राज्यों में बीड़ी मेन्युफेक्चरिंग कारोबार से जुड़े व्यापारियों के 25 से ज्यादा ठिकानों पर 22 दिन पहले रेड डाली थी, जिसमें 40 करोड़ से ज्यादा की काली कमाई पकड़ में आई है। छापेमारी में 25 लाख रुपए की ज्वेलरी और 20 किलो सोना भी जब्त किया है। जबकि दो लॉकर्स खुलना अभी बाकी हैं।
बीड़ी निर्माता का ज्यादातर कामकाज नगद में हो रहा था, जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। इसी तरह बिल्डरों के यहां पैसों का लेनदेन भी कच्ची पर्चियों से ही किए जाने की जानकारी मिली है।
