दो करोड़ रुपए की रिश्वत मांगने के मामले में गिरफ्तार एसओजी (अजमेर) की तत्कालीन एएसपी दिव्या मित्तल के उदयपुर स्थित आलीशान रिसोर्ट पर प्रशासन ने आज बुलडोजर चला दिया।
बताया जा रहा है कि दिव्या मित्तल ने यूआईटी से उदयपुर से करीब 25 किमी दूर चिकलवास गांव में फॉर्म हाउस के लिए जमीन की मंजूरी ली थी, लेकिन वहां रिसोर्ट बनाकर कॉमर्शियल उपयोग में किया जा रहा था। यूआईटी ने पहले तो नोटिस देकर जबाव मांगा, लेकिन जबाव नहीं मिला तो यूआईटी टीम गुरुवार देर रात कार्रवाई करने पहुंच गई।
यूआईटी ने पहले तो यहां ठहरे टूरिस्ट को वाहन से दूसरे होटल में शिफ्ट किया। फिर रिसोर्ट से देर रात तक सामान को खाली कराया गया। शुक्रवार सुबह बुलडोजर से रिसोर्ट को तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई। यूआईटी ने बुधवार शाम को 24 घंटे में कार्रवाई की सूचना का नोटिस रिसोर्ट को दिया था। गुरुवार देर शाम नोटिस का समय पूरा होने पर यूआईटी की टीम यहां कार्रवाई करने पहुंच गई। दिव्या मित्तल ने इस फार्म हाउस का भू-उपयोग(डायवर्जन) बदलवाए बिना ही आलीशान रिसोर्ट बनवा लिया था। कॉमर्शियल रूप से उपयोग होने के कारण यूआईटी ने इसे गलत माना।
हरिद्वार के दवा कारोबारी से रिश्वत मांगने के मामले में एसीबी ने 16 जनवरी को दिव्या मित्तल को पकड़ा था। यह रिश्वत कारोबारी का नाम आरोपियों की सूची से हटाने के बदले में मांगी गई थी। दिव्या ने एसओजी की धौंस जमाते हुए कारोबारी को दलाल सुमित जाट से संपर्क करने को कहा था। जाट ही दवा कारोबारी को दिव्या के रिसोर्ट लेकर आया था, जहां कारोबारी के साथ मारपीट की बातें सामने आई थीं। एसीबी कोर्ट ने दिव्या को पहले रिमांड पर और बाद में न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए।
दिव्या से जुड़े लोगों ने बताया कि उसे हमेशा से लग्जरी लाइफ का शौक है। उदयपुर में एक रिसोर्ट नेचर हिल पैलेस के बारे में तो ज्यादातर लोगों को पता है, लेकिन इसके अलावा भी कई प्रॉपर्टी हैं, जो दिव्या ने अपने रिश्तेदारों के नाम से खरीदी हैं। दिव्या के नजदीकियों का कहना है कि वो हर साल प्रॉपर्टी में निवेश करती है।
दिव्या का निजी जीवन भी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। जून 2014 में दिव्या की मुलाकात सोशल मीडिया पर हिसार के सीए प्रतीक से हुई। तीन महीने बाद दोनों उदयपुर में मिले। दिव्या के घरवाले शादी के लिए राजी थे। प्रतीक ने दिव्या से कहा कि गुड़गांव में उसकी मां की रजामंदी के बाद ही शादी करेंगे।
दिव्या और उसके पिता विनोद मित्तल दिल्ली गए थे। वे कई दिनों तक वहीं रुके, लेकिन प्रतीक की मां से मुलाकात नहीं हुई। इसके बाद प्रतीक और दिव्या ने गुपचुप मंदिर में शादी कर ली। तय किया कि कुछ दिनों के बाद एक समारोह में शादी कर लेंगे। इसके बाद दोनों पति-पत्नी के रूप में किराए के मकान में साथ रहने लगे। दोनों भरतपुर, उदयपुर, मथुरा में भी साथ रहे थे।
दिव्या के पिता विनोद मित्तल ने 2015 में हिसार पुलिस को दहेज प्रताड़ना की शिकायत दी थी। विवाद होने के बाद दोनों के बीच में अब तलाक हो चुका है।
दिव्या मित्तल का परिवार मूलत: हरियाणा में चरखीदादरी के पास गांव का रहने वाला है। करीब 45 साल पहले परिवार हरियाणा से झुंझुनूं के चिड़ावा में शिफ्ट हो गया था। पिता ने ट्रैक्टर की एजेंसी खोली थी। बाद में एजेंसी बंद कर दी थी। दिव्या दो भाई व तीन बहनों में सबसे छोटी है।
दिव्या ने चिड़ावा में स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई पूरी की थी। भाई पहले बस और माइनिंग का काम करते थे। एक भाई अभी पिलानी (झुंझुनूं) में बिजनेस कर रहा है। दूसरे भाई का प्रॉपर्टी व माइनिंग का काम है। दिव्या के माता-पिता अभी भी गांव में ही रहते हैं।
