राजस्थान में आज तीसरे दिन भी मौसम बदला रहा। जयपुर सहित राज्य के कई हिस्सों में बुधवार को बारिश-बूंदाबांदी हुई। कई जगहों पर दिनभर बादल छाए रहे। इससे पहले मंगलवार देर शाम से रातभर जयपुर, कोटा, बीकानेर संभाग के शहरों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई और ओले गिरे।
मौसम की सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ी है। खेतों में तैयार खड़ी गेहूं, चना, सरसों, जीरे की फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा है। बारिश- ओले और तेज हवाओं से फसलें खेतों में बिछ गईं। मौसम विभाग ने अब मौसम के साफ होने तथा अगले 4-5 दिन मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई।
रेगिस्तानी जिले जैसलमेर, बाड़मेर के भी कई हिस्सों में कल तेज बारिश हुई और कुछ जगहों पर ओले गिरे। बाड़मेर में तेज हवाओं के साथ बारिश होने से तापमान करीब 2 डिग्री तक गिर गया। खेतों में पानी भर कर बहने लगा। जैसलमेर के फतेहगढ़ में एक इंच से ज्यादा बरसात हुई।
राजधानी जयपुर में मंगलवार देर शाम मौसम बदला और धूलभरी आंधी चलने लगी। रात करीब 9 बजे से बारिश भी शुरू हो गई। जेएलएन मार्ग, जगतपुरा, वैशाली नगर, गोपालपुरा बाइपास, प्रताप नगर, खातीपुरा रोड, टोंक रोड, सहकार मार्ग पर रुक-रुक कर रात 11 बजे तक बरसात होती रही। आज बुधवार को भी सुबह यहां बादल छाए और शाम होते-होते बारिश होने लगी।
बाड़मेर, जयपुर, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, बीकानेर, सीकर, टोंक, जैसलमेर, अलवर, दौसा, अजमेर, पाली, जालोर, राजसमंद के अलावा अन्य कई जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान 1 से लेकर 26 एमएम तक बारिश दर्ज हुई है। जैसलमेर में सबसे ज्यादा 26 एमएम पानी बरसा। जयपुर, सीकर, टोंक समेत कई जगहों पर 30-35 किमी की रफ्तार से हवाएं चलीं।
मौसम विभाग ने इस बार राज्य में मार्च की शुरुआत से ही तेज गर्मी पड़ने और बारिश कम होने की भविष्यवाणी की थी। किंतु पिछले सात दिन के अंदर ही राज्य में 1.8 एमएम औसत बरसात हो चुकी है, जबकि सामान्य रूप से मार्च में पूरे माह के दौरान करीब 4 एमएम औसत बारिश होती है।

