पेपरलीक मास्टर माइंड भोला सा शांतिप्रिय इंसान !

राजस्थान में सीनियर टीचर भर्ती पेपरलीक मामले में फरार चल रहे मास्टरमाइंड सुरेश ढाका की उदयपुर कोर्ट में खारिज हुई अग्रिम जमानत अर्जी में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। अर्जी में ढाका ने खुद को कानून का पालन करने वाला और बड़े ही भोले किस्म का शांतिप्रिय व्यक्ति बताया है। ढाका की तरफ से पेश याचिका में उसने यह तो माना है कि उसके राजनीतिक संबंध हैं, लेकिन कहा कि इन संबंधों के आधार पर ही उसे फंसाया जा रहा है।

सुरेश ढाका की तरफ से पेश की गई अग्रिम जमानत याचिका को उदयपुर एडीएजे-1 कोर्ट ने खारिज कर दिया है। कोर्ट का तर्क था कि पेपरलीक मामले में सुरेश ढाका नाम प्रमुख रूप से सामने आया है। मामले में अभी चालान भी पेश नहीं हुआ। न ही पेपर बेचने-खरीदने वालों की गिरफ्तारी हुई है। सुनवाई के दौरान ढाका का भाई अशोक ढाका मौजूद था। सुरेश ढाका पर राज्य सरकार ने 1 लाख रुपए और उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने 2500 रुपए का इनाम घोषित किया हुआ है।

अग्रिम जमानत अर्जी में यह भी लिखा गया कि दिसंबर 2022 को पेपर सॉल्व करवाते पकड़े गए सुरेश विश्नोई से उसका भले ही साले-जीजा का रिश्ता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उसका पेपरलीक मामले से कोई संबंध है। ढाका की याचिका में यह भी लिखा गया कि नकल वाली बस का न तो वह मालिक है। न ही पेपरलीक में पकड़ी गई क्रेटा गाडी से उसका कोई संबंध है। ढाका अपने परिवार में कमाने वाला एक मात्र व्यक्ति है। उसको गिरफ्तार करने के लिए उसके परिवार को पुलिस द्वारा डराया-धमकाया जा रहा है।

बता दें कि सरकारी स्कूल में हेडमास्टर सुरेश विश्नोई और पीराराम को 24 दिसंबर 2022 को चलती बस में परीक्षा से पहले पेपर सॉल्व कराने के आरोप में गिरफ्तार किया था। ये ही वो मुख्य सरगना हैं, जो अभ्यर्थी को पेपर सॉल्व करवा रहे थे। इनके खिलाफ दो थानों, बेकरिया और सुखेर में मामला दर्ज किया गया था।

सांचौर से 20 किमी दूर स्थित अचलपुर गांव का रहने वाला सुरेश ढाका लग्जरी लाइफ स्टाइल में रहने का शौक है। इसके पास एक ही नंबर की लग्जरी कारें हैं। वह एप्पल के लैपटॉप, आईफोन का मोबाइल रखता है। उसने क्रेटा, स्कॉर्पियो, हेक्टर जैसी लग्जरी कारें रखी हैं। हर लग्जरी कार का नंबर 3233 है। ढाका के पिता मांगीलाल वर्तमान में सरपंच हैं। ढाका पहले भी जेल जा चुका है। पहली बार मनी लॉन्ड्रिंग और दूसरी बार पेपरलीक मामले में जेल गया था। वह जयपुर में गुर्जर की थड़ी पर कोचिंग चलाता था।

राजस्थान में 24 नवंबर को सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा में जीके का पेपर होना था। परीक्षा शुरू होने से पहले ही यह पेपर लीक हो गया। उदयपुर में 40 छात्र बस में पेपर सॉल्व करते पकड़े गए थे। इसे लेकर अजमेर, उदयपुर, अलवर समेत राज्यभर में छात्रों ने हंगामा और प्रदर्शन किया था। इसके बाद आनन-फानन में सुबह नौ बजे परीक्षा शुरू होने से ठीक पहले पेपर कैंसिल कर दिया गया। इस मामले में अब तक 55 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं, सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण पेपरलीक कांड के मास्टरमाइंड निकलकर आए थे।

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