राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत द्वारा 19 नए जिले और 3 नए संभाग की घोषणा किए जाने के बाद से ही उऩ कस्बों पर गदर मचा हुआ है, जिन्हें जिला नहीं बनाया गया है। विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। वहां, धरने प्रदर्शन और रास्ते जाम करने के साथ ही सरकारी कार्यालयों को घेराव किया जा रहा है। सूरतगढ़, भीनमाल, सुजानगढ़ और गुढा समेत कई कस्बे आज बंद रहे। कई जगह पार्टी और पदों से इस्तीफों का दौर चल पड़ा है। वहीं जिन कस्बों को जिला बनाया गया है, वहां जश्न का माहौल है।
सबसे ज्यादा बवाल चूरू जिले के सुजानगढ़ में मचा हुआ। सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग बरसों पुरानी है। यहां के लोगों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को उम्मीद थी कि जब भी राजस्थान में नया जिला बनेगा तो सुजानगढ़ का नाम सबसे पहले आएगा। लेकिन सीएम गहलोत की ओर से हाल में की गई घोषणा में सुजानगढ़ को जिला नहीं बनाया गया। इससे आक्रोशित लोग बीते तीन दिन से आंदोलन कर रहे हैं। सोमवार को यहां तीसरे दिन भी हाईवे नंबर 58 जाम रहा। किशनगढ़ मेगा हाईवे पर गुलेरिया तिराहा लगातार दूसरे दिन से जाम है। हाईवे जाम होने के कारण यहां वाहनों की लंबी लाइनें लगी हुई हैं।
आंदोनलकारी जिले की मांग को लेकर आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में है। इसके लिए अनिश्चितकाल के लिए बाजार बंद की भी घोषणा की गई है। आंदोलन का दायरा सुजानगढ़ कस्बे से निकलकर गांवों में भी फैलने लगा है। आंदोलन को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरे अलर्ट मोड पर है।.
उधर, श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर हैं। वहां भी आंदोलन चल रहा है। आज सूरतगढ़ बंद का आह्वान किया गया। जिला बनाओ अभियान समिति के आह्वान पर सभी राजनीतिक, व्यापारिक और सामाजिक संगठनो ने बंद को अपना समर्थन दिया। इसके साथ ही जालोर के भीनमाल को जिला बनाने की मांग को लेकर हजारों लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है। विरोध प्रदर्शन भीनमाल उपखंड कार्यालय के आगे किया जा रहा है। यहां भीनमाल, बागोड़ा, जसवंतपुरा और रानीवाड़ा 4 उपखंड क्षेत्रों के लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आज भीनमाल बंद भी रहा।
इधर, जयपुर जिले में भी सांभरलेक-फुलेरा को जिला बनाने की मांग को लेकर सोमवार को तीसरे दिन सांभर बंद है। हजारों लोग एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे हैं। वहीं अलवर जिले में तिजारा को जिला नहीं बनाने से बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक संदीप यादव खासा नाराज हैं। उन्होंने अपनी मांग को लेकर विधानसभा के बाहर धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। विरोध में वे अपनी राजनीतिक नियुक्ति वाले पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
इससे इतर बाड़मेर को संभाग मुख्यालय बनाने की मांग को लेकर वहां भी आंदोलन तेज हो रखा है। इस मांग को लेकर भाजपा ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया है। टोंक जिले मालपुरा में भी इसे जिला बनाने की मांग पर धरने प्रदर्शन हो रहे हैं। झुंझुनूं जिले के गुढा को सीकर से तोड़कर नया जिला बनाए गए नीमकाथाना में मिलाने का विरोध किया जा रहा है। यहां भी विरोध में आज गुढा को बंद रखा गया है। इलाके के करीब दो दर्जन गांवों को झुंझुनूं में ही रखने की मांग है।
