बीकानेर में में गुरुवार देर रात पुलिस हिरासत से भागने के लिए हिस्ट्रीशीटर ने बदमाश ने थानेदार की पिस्टल छीन ली और गोली चला दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में बदमाश के पैर में गोली लगी।
जिले की पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि बीकानेर पुलिस पिछले कई दिनों से हार्डकोर अपराधियों को पकडऩे में लगी है। इसी कडी में पुलिस 7 हजार रुपए के इनामी बदमाश दीपू उर्फ दीपेंद्र (35) के अपने गांव काली पहाड़ी (झुंझुनूं) में छिपे होने की जानकारी मिली। सूचना पर टीम को रवाना किया गया। टीम ने दबिश देकर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया।
टीम उसे गिरफ्तार कर बीकानेर ला रही थी। बीकानेर में एंट्री करने के बाद बदमाश ने टॉयलेट जाने के लिए कहा। इस दौरान थानाधिकारी कोतवाली संजय सिंह और डीएसटी हेड कॉन्स्टेबल दीपक यादव ने गाड़ी से बदमाश को नीचे उतारा।
बदमाश ने थानाधिकारी संजय सिंह की पिस्टल छीन ली और बदमाश पुलिस टीम को जान से मारने की धमकी देने लगा। इसके बाद हिस्ट्रीशीटर ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। गनीमत रही की गोली किसी को नहीं लगी। टीम के साथ मौजूद थानाधिकारी नयाशहर वेदपाल ने बदमाश के पैर में गोली मारी। गोली लगते ही वह नीचे गिर गया और टीम ने उसे पकड़ लिया
रात करीब तीन बजे पुलिस बदमाश को पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचाया गया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
फायरिंग की घटना के बाद आईजी ओम प्रकाश पासवान और एसपी तेजस्विनी गौतम भी पीबीएम अस्पताल पहुंचे।
दीपू उर्फ दीपेंद्र के खिलाफ लूट, मारपीट सहित पंद्रह से अधिक मामले दर्ज है। वह जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस को सभी मामलों में उसकी तलाश थी। आरोपी पर सबसे ज्यादा मामले आर्म्स एक्ट और हत्या के प्रयास के है। इसमें नापासर के होटल में फायरिंग का मामला भी शामिल है।
पुलिस ने बताया कि दीपू उर्फ दीपेंद्र अनिल बिश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य है। उसी के साथ रहकर वह कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल हुआ।
