राजस्थान के लोगों के लिए एकसाथ 19 जिलों की घोषणा भी नाकाफी दिख रही है। वे और जिले बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों विधानसभा में बजट प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब देते समय एक साथ 19 नए ज़िले और तीन संभागों की घोषणा कर सभी को हैरान कर दिया है। इसके बावजूद कुछ और नए ज़िले घोषित करने की मांग लगातार हो रही है। नए जिलों के कुल 60 में से 19 प्रस्तावों को हरी झंडी मिलने के बाद अब जनप्रतिनिधियों को भी रहे प्रस्तावों पर मुहर लगने की उम्मीद है। इस क्रम में नागौर जिले की ‘मीरा नगरी’ मेड़ता सिटी और चूरू ज़िले के सुजानगढ़ को जिला बनाने की मांग पुरज़ोर तरीके से उठाई जा रही है।
मेड़ता सिटी को जिला बनाने की मांग पर शहर के व्यापारी और आमजन लामबंद हो रहे हैं। उन्होंने रविवार को हाथों पर काली पट्टी बांधकर राज्य सरकार का विरोध जताया। साथ ही ‘मेड़ता को जिला बनाओ…’, ‘हमारी मांगे पूरी करो…’ सहित नारे लगाते हुए सरकार से शहर को खोया गौरव वापस दिलाने की मांग की।
इसी तरह चूरू के सुजानगढ़ को भी जिला घोषित किये जाने की मांग ज़ोर पकड़े हुए है। स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों की दलील है कि भौगोलिक नजरिये से सुजानगढ़ जिला बनने के सारे मापदंड पूरे करता है। पूर्व में भी राज्य सरकार को इस बारे में मांग से अवगत करवाया गया था। उम्मीद थी कि सुजानगढ़ को जिला घोषित किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
नए घोषित 19 ज़िलों में सुजानगढ़ का नाम नहीं होने से क्षेत्र के लोग मायूस हैं और विरोध-प्रदर्शन करके अपनी नाराज़गी व आक्रोश ज़ाहिर कर रहे हैं।
