दिग्गज पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने ट्रेनिंग पर किर्गिजिस्तान और पोलैंड जाने से किया इंकार कर दिया है। उनकी मांग है कि जब तक जांच समिति कुश्ती महासंघ पर अपनी रिपोर्ट जमा नहीं कराती और उसके अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को बर्खास्त नहीं किया जाता, वह विरोध जारी रखेंगे।
डब्ल्यूएफआई यौन शोषण मामले को लेकर देश के नामी पहलवान और महासंघ के बीच शुरू हुई तकरार खत्मम होने का नाम नहीं ले रही हैं। खिलाड़ी अभी भी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। स्टार पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने मांग की है कि जब तक समिति कुश्ती महासंघ पर अपनी रिपोर्ट नहीं देती है और महासंघ अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को बर्खास्त नहीं किया जाता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा। बजरंग और विनेश ने ही यौन शोषण के आरोप लगाते हुए बृज भूषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट इससे बहुत ही हताश हैं, जिस तरह से अब तक मामले को देखा गया है। उन्होंने साफ कहा है कि जब तक समिति अपनी रिपोर्ट जमा नहीं कराती और बृज भूषण को बर्खास्त नहीं किया जाता, तब तक वे ट्रेनिंग करने नहीं जाएंगे।
बता दें कि केंद्रीय खेल मंत्रालय ने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के तहत स्टार पहलवानों बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट का किर्गिस्तान और पोलैंड में प्रशिक्षण लेने का आग्रह स्वीकार कर लिया था। बजरंग किर्गिस्तान में 16 दिन और विनेश पोलैंड के स्पाला में 11 दिन ट्रेनिंग करना चाहती हैं। टॉप्स के तहत खिलाड़ियों के हवाई यात्रा खर्च, रहने-खाने का खर्च वहन किया जाएगा। विनेश की पार्टनर संगीता फोगाट, फिजियोथेरेपिस्ट अश्विनी जीवन पाटिल और बजरंग के कोच सुजीत मान का भी खर्च भी इसमें कवर होगा।
